सम्राट गिरोह के सरगना जयनाथ साहू
ने कोर्ट में किया सरेंडर, राजधनी में
आतंक पर लगा विराम…..
Ranchi , डेस्क ब्यूरो- झारखण्ड पीछले कई दशकों से नक्सल और अपराधियों के चगुंल में फंसा है वही पुलिस के दबीस पर नक्सल और अपराधियों को सरेंडर कराने में सफल रहा है । इसी क्रम में रांची के लापुंग सहित खूंटी, मुरहू, कर्रा, तोरपा रनिया आदि थाना क्षेत्रों में लगभग तीन दशकों से सम्राट गिरोह के सरगना जयनाथ साहू ने रांची सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
अधिवक्ता प्रितांशु कुमार सिंह की माध्यम से जयनाथ साहू ने जज कमलेश बेहरा की अदालत में सरेंडर किया। जयनाथ साहू ने वर्ष 2013 में लापुंग में दर्ज आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में सरेंडर किया है। इसके खिलाफ हत्या, रंगदारी सहित अन्य संगीन मामले दर्ज हैं। लेकिन पुलिस इसे ढूंढने में नाकाम रही। वही बताया जाता है जयनाथ साहू बलि साहु का दहिना हाथ हुआ करता था । बलि साहु हत्याकांड मामले में जेल जाने के बाद गिरोह की कमान अपने हाथ में लेकर लंबे समय तक आतंक का बादशाह बनकर राजधानी में दहशत फैलाता रहा ।
वही जयनाथ साहु ने खूंटी में तेली समाज के युवा नेता जयप्रकाश कश्यप, बस संचालक वीरेन जायसवाल, तेली समाज के नेता श्रवण कश्यप, बिरहू गांव के युवक पवन साहू सहित अन्य कई लोगों की सरेआम हत्या कराकर खूंटी जिला में आतंक का समराज्य स्थापित किया । सुत्रों के माने तो जयनाथ साहु आराध के दुनियॉ से निकलकर कई वर्षो से ठेकेदारी व जमीन कारोबार कर रहा था । पुलिस से बचने के लिए असम और बंगाल में छुपता रहा वही झारखण्ड पुलिस के लगातार दबाव के कारण जयनाथ साहू ने रांची सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया।