सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला में छात्र-छात्राओं के प्रगति को ध्यान में रखते हुए नये अभिभावकों की बैठक आयोजित…
सरायकेला: संजय मिश्रा । सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला के शांतिकुंज में नव नामांकित छात्र-छात्राओं के अभिभावकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक अभिभावक प्रणव कुमार सिंहदेव की अध्यक्षता में संपन्न हुई।वंदना के उपरांत विद्यालय के प्रधानाचार्य पार्थ सारथी आचार्य ने सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का परिचय प्रस्तुत किए। तत्पश्चात विद्यालय के उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति ने बैठक की रूपरेखा और उद्देश्य प्रस्तुत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि आज का बैठक हमारे नए छात्र-छात्राओं के उत्थान को ध्यान में रखते हुए सभी अभिभावकों के साथ विशेष रूप से आयोजित है।
सभी अभिभावकों के सहयोग से ही शिक्षक शिक्षिकाएं अपने छात्र-छात्राओं के उत्थान में सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे विद्यालय में पठन-पाठन के साथ अच्छे संस्कार को ध्यान में रखकर शिक्षा प्रदान की जाती है। अभिभावक और शिक्षक शिक्षिकाओं के बीच एक अच्छे संपर्क हमेशा स्थापित होने चाहिए। इस अवसर पर प्रधानाचार्य पार्थ सारथी आचार्य ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय संचालन के चार स्तंभ में से अभिभावक का महत्वपूर्ण स्थान है। अभिभावकों के सहयोग से ही छात्र-छात्राओं की प्रगति संभव हो सकता है। बच्चों के प्रगति का दायित्व हमारे साथ-साथ आपका भी होनी चाहिए।
आज हमारे बच्चे शिक्षा तो ग्रहण करते हैं, मगर हमारी संस्कृति को भूल रहे हैं। हम शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति, अनुशासन, व्यवहार और चरित्र निर्माण में बल देते हैं। प्रधानाचार्य ने बच्चों के प्रति अभिभावकों के कर्तव्य को पूरे विस्तार से प्रस्तुत किए। अंत में अध्यक्ष प्रणव कुमार सिंहदेव ने अपना विचार रखते हुए कहा कि हमारे बच्चे कच्ची मिट्टी के समान हैं, जिसे शिक्षक शिक्षिकाएं रूपी कुम्हार तरह-तरह के रूप और आकार में उसे परिवर्तित करते हैं। बच्चों को आगे बढ़ाने में, उनके भविष्य के निर्माण में हम अभिभावकों का भी बहुत महत्व है।
हमें बच्चों को सही दिशा निर्देशित कर उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए अपना महत्वपूर्ण सहयोग हमेशा देते रहने चाहिए। शिक्षिका शालिनी द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी अभिभावकों का धन्यवाद किया गया। अंत में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम गायन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।