झारखंड सरकार स्वास्थ विभाग के उपनिदेशक की अध्यक्षता में निजी अस्पतालों में हुई छापामारी; बिना चिकित्सक के संचालित चिकित्सीय संस्थानों पर कार्रवाई के दिए निर्देश…
सरायकेला: संजय मिश्रा । स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग झारखंड सरकार के उप निदेशक डॉ वीरेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के अंतर्गत सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक हुई। बैठक में राज्य समन्वयक डॉ. राहुल प्रसाद सिंह के द्वारा क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के अंतर्गत अस्पताल संचालन के लिए आवश्यक सभी उपबंधों की जानकारी दी गई। बैठक की समाप्ति के बाद जिला स्तरीय उड़न दस्ता दल के साथ उपनिदेशक, स्वास्थ्य विभाग की अध्यक्षता में डॉ. राहुल प्रसाद सिंह के नेतृत्व में खरसावां स्थित नूतन सेवा सदन अस्पताल एवं दुर्गमनी आरोग्यम क्लिनिक एंड नर्सिंग होम में छापामारी की गई छापामारी के दौरान नूतन सेवा सदन अस्पताल में कोई भी चिकित्सक कार्यरत नहीं पाए गए और न ही कोई डिग्री धारी एलोपैथी चिकित्सक के अस्पताल में कार्य करने का साक्ष्य मिला। नूतन सेवा सदन अस्पताल के संचालक अजय कुमार मंडल से अस्पताल संचालन के लिए आवश्यक दस्तावेज, अग्नि विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र एवं जैव अपशिष्ट पदार्थों का निस्तारण के लिए एजेंसी से की गई एमओयू आदि की प्रति की मांग की गई जिसे अस्पताल के संचालक दिखाने में असमर्थ रहे। डॉ. राहुल ने बताए बिना चिकित्सक का चिकित्सा संस्थान का संचालन करना गैरकानूनी है, संचालक पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।दुर्गमनी आरोग्यम क्लिनिक एंड नर्सिंग होम में छापामारी के दौरान एकमात्र बुखार से पीड़ित शिशु भर्ती पाया गया। इसके अलावा कोई रोगी इलाजरत नहीं पाए गए। ओपीडी विभाग में डॉ. एलके साहू ड्यूटी में थे। छापामारी दल द्वारा डॉ. एलके साहू से उनकी डिग्री के बारे में पूछी गई तो उन्होंने एमबीबीएस ,जनरल सर्जन बताए। परंतु जब सर्टिफिकेट दिखाने के लिए कही गई तो तुरंत यू टर्न लेते हुए डॉ. एलके साहू ने कहा कि वह एक आयुर्वेदिक चिकित्सक है, परंतु एलोपैथी प्रैक्टिस करतें हैं। दुर्गमनी आरोग्यम क्लिनिक एंड नर्सिंग होम खरसावां के डॉक्टर डिस्प्ले बोर्ड में डॉ. एलके साहू का नाम एलोपैथी चिकित्सक के रूप में दर्शाया गया है। उनका डिग्री एमबीबीएस, जनरल सर्जन लिखा गया है। छापामारी दल के डॉ. राहुल प्रसाद सिंह ने बताया इस प्रकार की गलत सूचना बीमार जनता को गुमराह करने का षड्यंत्र होता है। इसमें अस्पताल और चिकित्सक दोनों बराबर के दोषी होंगे। दोनों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेज दी जाएगी। डॉ. राहुल प्रसाद सिंह ने बताए कि सरायकेला-खरसावां जिला में छापामारी के लिए जिला स्तरीय उड़न दस्ता दल का गठन कर लिया गया है। जिले में अवैध ढंग से संचालित अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए लगातार छापामारी की जाएगी। बिना निबंधन के संचालित अस्पताल/नर्सिंग होम/ क्लीनिक/पैथोलॉजी/ डायग्नोस्टिक सेंटर/अल्ट्रासाउंड सेंटर को तत्काल प्रभाव से सील करते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। छापामारी दाल में डॉ राहुल कुमार सिंह, राज्य समन्वयक, झारखंड, डॉ. अनिर्बन महतो, नोड्ल ऑफिसर,सीईए, सरायकेला-खरसावां, डॉ. चंदन कुमार, दंत चिकित्सक सदर अस्पताल सरायकेला के साथ घनपत महतो सहायक के रूप में रहे।