पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में आयोजित हुआ
मातृ सम्मेलन……
सरायकेला : पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सीनी के प्रांगण में मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के अध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष सनातन गोराई एवं अतिथि के रुप में उपस्थित पंचायत समिति सदस्य रामप्रकाश महतो एवं समाजसेवी जीवन लामा द्वारा दीप जलाकर किए.विद्यालय के प्राचार्य एस कुमार ने मातृ सम्मेलन के उद्देश को रखते हुए कहा की माता ही प्रथम शिक्षिका एवं घर ही प्रथम पाठशाला होता है.
इस दृष्टि से बच्चों के शिक्षण में माता की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. बच्चों का बाल मस्तिक एक कोरा कागज के समान होता है। जिसमें माता-पिता को जो चाहे लिख सकता है. कहने का अर्थ यह है कि माता पिता अपना बहुमूल्य समय देकर बच्चों के शिक्षा में सहयोग कर सकता है. माता – पिता एवं विद्यालय के शिक्षक परिवार मिलकर ही बच्चों का सर्वांगीण विकास कर सकता है .विद्यालय के अध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा की विद्या मंदिर वास्तव में एक मंदिर के समान है. जहां बच्चों को मूल्य युक्त शिक्षा शिक्षा प्रदान की जाती है. मूल्य के बिना शिक्षा व्यर्थ है. हम घर से ही संस्कर युक्त वातावरण देकर बच्चो को संस्कार दिया जा सकता है. अंत में समाजसेवी राजेश सिंहदेव ने भी बच्चों के विकास में माताओं की भूमिका पर प्रकश डालें. कार्यक्रम का संचालन शानकी सोरेन जबकि धन्यवाद ज्ञापन चंदना महतो ने की.
मौके पर विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष मनोज कु शर्मा कोषाध्यक्ष सनातन गोराई अभिवावक प्रतिनिधि अशोक सिंहदेव अतिथि में पंचायत समिति सदस्य रामप्रकश महतो, जीवन लामा, राजेश सिंहदेव शिक्षकों में त्रिलोचन महतो, गोपाल प्रधान, शेखर महतो, लाल मोहन, संध्या महतो, कंचन देवी, फरजाना तबस्सुम, चंदना महतो, प्रभा रानी, के अलावे सैकड़ों माताएं उपस्थित रहे।
