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स्वार्थ पूर्ण राजनीति के लिए भाषा का विरोध करना गलत,

  एकता विकास मंच…

सरायकेला। झारखंड में किसी न किसी रूप में झारखंड निर्माण के गठन से ही बाहरी भीतरी कि मुद्दे पर कभी स्थानीय नीति को लेकर कभी कभी नियोजन नीति को लेकर कभी दखल दिहानी के नाम पर तो अब भाषा के नाम पर स्वार्थ पूर्ण नेताओं द्वारा राजनीतिक कर आपस में सौहार्दपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है।

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जाति पार्टी भाषा के नाम पर लोगों में विभेद पैदा किया जा रहा है। एकता विकास मंच के केंद्रीय अध्यक्ष ए के मिश्रा ने इसे लेकर मुख्यमंत्री से मांग किया है कि झारखंड में सभी वर्गों के लिए सभी तरह की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। ताकि सभी लोग अमन चैन से रह सके। भाषाई मुद्दा हो, स्थानीयता का मुद्दा हो ,नियोजन नीति हो। मुख्यमंत्री सभी के लिए मंत्री हैं, और सभी की सुरक्षा रोजी रोजगार की व्यवस्था मुख्यमंत्री की जिम्मेवारी है।

ऐसे में भेदभाव कर झारखंड में अशांति अराजकता का माहौल बनते जा रहा है। और विकास के कार्यों में बाधक बनता है। सभी मंत्री ,सांसदों, विधायकों नेताओं से मांग है कि वे विकास के मुद्दे पर राजनीति करें। ना कि वह जाति पार्टी भाषा के नाम पर राजनीति कर आपस में सौहार्द पूर्ण वातावरण में रह रहे लोगों को एक दूसरे के प्रति नफरत फैलाए। उक्त बातें एकता विकास मंच की बैठक में निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री से मांग की गई है।

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