झारखंड गिल्ली डंडा एसोसिएशन का एक दिवसीय प्रशिक्षण सह प्रशिक्षक निर्णायक सेमिनार का हुआ आयोजन . . .
सरायकेला : SANJAY
जिले के मनोहारी दलमा वन्य जीव अभ्यारण में झारखंड गिल्ली डंडा एसोसिएशन की एक महत्वपूर्ण एकदिवसीय प्रशिक्षण सह प्रशिक्षक निर्णायक सेमिनार का आयोजन किया गया।
झारखंड गिल्ली डंडा एसोसिएशन स्टेट जनरल सेक्रेटरी गणेश चंद्र कालिंदी के नेतृत्व में आयोजित किए गए उक्त सेमिनार में मुख्य रूप से सरायकेला खरसावां जिले के गिल्ली डंडा खिलाड़ी संगीता कालिंदी, मानसिंह बानरा, तन्नु मुखी, रेशमा माहली, सुषमा, निक्की गोडसोरा, अनुप्रिया गोप एवं वनीत राज मुंडा ने भाग लिया।
जिसमें संगीता कालिंदी, मानसिंह बानरा, तन्नु मुखी और रेशमा माहली ने प्रशिक्षक एवं निर्णायक के स्किल टेस्ट सफलता पूर्वक पास किये। सेमिनार का संचालन राष्ट्रीय प्रशिक्षक सह निर्णायक जीतू खालको एवं सुकमति बोदरा ने किया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए झारखंड गिल्ली डंडा एसोसिएशन के स्टेट जनरल सेक्रेटरी गणेश चंद्र कालिंदी ने बताया कि प्राचीन समय के परंपरागत गिल्ली डंडा खेल को प्रचारित करने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम पूरे झारखंड में आयोजित किए जाएंगे।
वर्तमान में एसोसिएशन द्वारा ग्राम स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित कर इस खेल से सामान्य लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। ताकि लोग अधिक से अधिक संख्या में खेलों से जुड़कर इसका लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि वर्तमान के हाईटेक होते मोबाइल युग में विशेष ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के बच्चों में इसके दुष्प्रभाव शारीरिक शिथिलता और कमजोरी के रूप में देखने को मिल रहा है।
प्राचीन समय का हर गलियों और मैदाने में खेले जाने वाला परंपरागत गिल्ली डंडा खेल से बच्चों में शारीरिक चुस्ती स्फूर्ति और एकाग्रता जैसे गुण का विकास संभव हो सकेगा।