आदिवासी कुड़मी समाज ने प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त को 9
सूत्री मांग पत्र सौंपा…
सरायकेला Sanjay : आदिवासी कुड़मी समाज के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार महतो की अगुवाई में आदिवासी कुड़मी समाज केंद्रीय समिति के पूर्व निर्धारित निर्देश के आलोक में जिला कमिटी ने सोमवार को जिला समाहरणालय परिसर में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ प्रदर्शन किया। और एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। उपायुक्त की अनुपस्थिति में अपर उपायुक्त सुबोध कुमार को नौ सूत्री मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा गया. सौंपे गए मांग पत्र में समाज ने कुड़मी जनजाति समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने, भारत की जनगणना के भाषा सूची में स्वतंत्र रूप से कुड़माली भाषा कोड़ लागू करने तथा धर्म के कॉलम में सरना धर्म लागू करने, कुड़माली भाषा को जनजातीय भाषा की मान्यता के साथ संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, कुड़माली भाषा की पढ़ाई प्राथमिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक करने के साथ सभी जगहों पर कुड़माली भाषा के शिक्षक की नियुक्ति करने, कुड़ामली एकेडमिक बोर्ड और कल्चरल बोर्ड का गठन करने, सभी गांव और टोला के जाहिरा थान, सारना थान तथा गोडांग थान सहित सभी पारंपरिक धर्म स्थानों की घेराबंदी के साथ सौंदर्यीकरण करने और इन जगहों पर पारंपरिक ग्राम प्रधान एवं पारंपरिक पुजारी को नियुक्त करने,
स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न विद्रोह में शहीद हुए कुड़मी समाज के महापुरुषों की जीवनी एवं वीरगाथा को सरकारी पाठ्यक्रम में शामिल करने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पुस्तकालय खुलवाए जाने की मांग की है. समाज ने कहा है कि छोटानगपुर पठार अंतर्गत झारखंड के गुसाटीधारी कुड़मी समुदाय जिन्हे वर्तनी त्रुटि एवं धव्यानात्मक दोष के कारण भू अभिलेखों में विभिन्न नामों से अंकित किया गया है उनको शुद्ध करते हुए तथ्यात्मक आधार पर पूर्व की जनगणना में हुई त्रुटि को दूर कर आगामी जनगणना में जाति के जगह कुड़मी तथा मातृभाषा के स्थान पर कुड़माली दर्ज कराने की मांग की है. आदिवासी कुड़मी समाज के सैकड़ों लोग लोक नृत्य एवं संगीत के साथ जिला समाहरणालय पहुंचे. जहां बच्चों ने टुसू गीत के साथ आकर्षक नृत्य किया। कुछ नौजवान भी बच्चों का साथ दे रहे थे। यह कार्यक्रम घंटों चला और एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रधानमंत्री के नाम पर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से केंद्रीय अध्यक्ष प्रसेनजीत महतो, सदस्य पंचानन महतो, राजेश महतो, डॉ विभीषण महतो, प्रकाश महतो, दीपक महतो, रीना महतो, दीपिका महतो, सूरज महतो, दिलीप महतो, सुरेश महतो, राजकिशोर महतो, सुखदेव महतो, फाल्गुनी महतो, उपेंद्र महतो, तिलक महतो, बबलु महतो, महेंद्र महतो, अनुपम महतो, शशी भूषण महतो, प्रेमचंद महतो समेत काफी संख्या में समाज के वरिष्ठ कार्यकर्ता शामिल रहे।