जिले के सरकारी विद्यालयों की छात्राएं बन रही हैं सबला; सीख
रही हैं आत्मरक्षा के गुर….
सरायकेला। शास्त्रों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाली नारी शक्ति शारीरिक रूप से कोमलता के कारण युगो युगो से अबला की संज्ञा से नवाजी जाती रही है। परंतु वर्तमान के समय में नारी शक्ति ने खुद को सबल साबित करते हुए लगभग सभी क्षेत्रों में अपनी पहचान साबित करने में सफलता पाई है। इसी दर कदम नारी सशक्तिकरण को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्राओं को सबल बनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाने की कवायद की जा रही है। जिसके तहत कक्षा छठवीं से लेकर आठवीं तक और 9वीं एवं दसवीं के छात्राओं को कराटे एवं मार्शल आर्ट के माध्यम से सशक्त बनाया जा रहा है।
आत्मरक्षा के गुर सीख कर छात्राएं आपात एवं अकस्मात समय में अपनी रक्षा स्वयं कर सकने के लिए प्रशिक्षण हासिल कर रही हैं। जिले के मुख्य प्रशिक्षक देबू दे बताते हैं कि इससे नारी अत्याचार को रोकने और स्वस्थ रहने में छात्राओं को लाभ मिल रहा है। इसके अलावा मेडिटेशन के माध्यम से एकाग्र मन द्वारा छात्राएं अपनी शिक्षा दीक्षा भी बेहतर तरीके से कर सकने में कामयाब हो रही हैं।
बताते चलें कि मुख्य प्रशिक्षक देबू दे सहित सरायकेला के प्रशिक्षक गोकुल मार्ड़ी, सहायक प्रशिक्षक ईचागढ़ के गुरुचरण उरांव, चांडिल एवं कुकड़ू के प्रशिक्षक एआर मुर्मू, नीमडीह के प्रशिक्षक दुखू सिंह एवं सहायक प्रशिक्षक कुकड़ू के ठाकुर मछुआ द्वारा सरायकेला खरसावां जिले के मध्य विद्यालय खूंटी, मध्य विद्यालय उरमाल, उत्क्रमित उच्च विद्यालय कल्याणपुर चांडिल, प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल गम्हरिया, उत्क्रमित उच्च विद्यालय नरेंद्र नगर, मध्य विद्यालय अभ्यास बालिका, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रघुनाथपुर, कन्या मध्य विद्यालय दिंदली आदित्यपुर, उत्क्रमित उच्च विद्यालय कोलाबीरा, उत्क्रमित उच्च विद्यालय गौरांगकोचा, उत्क्रमित उच्च विद्यालय चिपड़ी ईचागढ़ , उत्क्रमित मध्य विद्यालय गर्ल्स चौड़ा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय गर्ल्स कुदा, उच्च विद्यालय सिरुम कुकड़ू, बामनी उच्च विद्यालय केतूंगा, एसएनभी हाई स्कूल चालियामा, मध्य विद्यालय आदरडीह, मध्य विद्यालय झिमरी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रघुनाथपुर नीमडीह एवं उत्क्रमित उच्च विद्यालय हुदू सरायकेला में स्कूली छात्राओं को कराटे का प्रशिक्षण दिया गया।