पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने प्रेस भवन का उद्घाटन कर जिले के पत्रकारों को किया समर्पित; अपने संबोधन में पत्रकारों के दर्द का बयां किया…
सरायकेला: संजय मिश्रा: जिले के एकमात्र मान्यता प्राप्त पत्रकार संगठन प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां के नए प्रेस भवन का विधिवत उद्घाटन शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री सह स्थानीय विधायक चंपई सोरेन ने विधिवत फीता काटकर किया. इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, विधायक प्रतिनिधि सनद कुमार आचार्य, 20 सूत्री के अध्यक्ष छाया कांत गोराई, आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री के सुपुत्र बबलू सोरेन वरिष्ठ पत्रकार कवि कुमार और उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरतियार मौजूद रहे.
अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री ने जिले के पत्रकारों को प्रेस क्लब के नए प्रेस भवन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि लंबे समय से जिले के पत्रकार एक भवन की मांग कर रहे थे. थोड़ी विलंब जरूर हुई मगर आज एक सुसज्जित भवन जिले के पत्रकारों के लिए उपलब्ध कराया गया है. भविष्य में इसे और भी आधुनिक और हाईटेक बनाया जाएगा. यहां से बैठकर वे अपने क्रियाकलापों का संचालन कर सकेंगे. इसके लिए उन्हें कहीं भटकना नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का प्रोफेशन बेहद ही चुनौतियों भरा होता है. छोटी- छोटी समस्याओं को अपनी लेखनी के माध्यम से बाहर लाने में उनकी बड़ी भूमिका होती है. हम लोगों के दिल की बातों को समझ कर उसे लिखना आसान नहीं होता है. मगर पत्रकार अपनी लेखनी से उसे सहज और सुगम तरीके से लिखते हैं. कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी वह अपना काम निरंतर करते रहते हैं. यह भवन जिले के पत्रकारों का एक गौरव होगा.
इस मौके पर प्रेस क्लब के अध्यक्ष मनमोहन सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया और कहा कि चार वर्षों के अथक प्रयास से आज जिले के पत्रकारों को पूर्व मुख्यमंत्री की पहल पर प्रेस भवन का सौगात मिला है. उन्होंने कहा कि यह भवन सभी पत्रकारों के लिए है. प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां से जुड़े पत्रकारों ने इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ी है. आज उन्हीं के संघर्षों की वजह से यह भवन मिला है इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रेस क्लब परिसर में अपने माता- पिता की याद में दो फलदार पौधे भी लगाए.
मौके पर क्लब के महासचिव रमजान अंसारी, वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद दिलदार, पिनाकी रंजन, सचिंद्र दाश, मनोज सिंह, संतोष कुमार, संजय मिश्रा, अरुण माझी, सुनील गुप्ता, लाल बहादुर शास्त्री, बृजेश सिंह, शशांक शेखर, सुमंगल कुंडू, गणेश सरकार, विपिन वार्ष्णेय, के दुर्गा राव, मधुसूदन सिंह, बलराम पांडा, सुमित सिंह, परमेश्वर गोराई, उमाकांत कर, अजय महतो, लखिन्द्र नायक, रविकांत गोप, दीपक महतो, दशरथ प्रधान, खगेन चंद्र महतो, शंभुइ सेन, परमेश्वर साव, परमेश्वर गोराई, रवि सेन, अंकित शुभम, शंभु कंसारी, नीलेश पांडेय, पारस होता, कल्याण पत्रा, वेंकटेश गोंधर आदि मौजूद रहे.