सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला में मना गुरु पूर्णिमा उत्सव…
सरायकेला:संजय मिश्रा
सरायकेला। सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला के शांतिकुंज में पूरे उत्साह और विधि विधान के साथ गुरु पूर्णिमा उत्सव परंपरागत तरीके से मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति ने दीप प्रज्वलित कर एवं आदि गुरु महर्षि व्यास देव जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की विधिवत रूप से शुभारंभ किए। सामूहिक प्रार्थना के उपरांत विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष में अपने-अपने विचार हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत भाषाओं में प्रस्तुत किए।
कुछ छात्र-छात्राओं ने कविता के माध्यम से गुरु के महत्व को बताए। गुरु पूर्णिमा के महत्व के बारे में बताते हुए विद्यालय के उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति ने सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षक शिक्षिकाओं को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दी। और कहा कि हर वर्ष हम लोग आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाते हैं। इसी दिन आदि गुरु महर्षि व्यास देव जी का जन्म हुआ था। वेदों की रचना कर उन्होंने समाज को ज्ञान प्रदान किया। जीवन में गुरु का स्थान सर्वोपरि है। गुरु हमारे मार्ग को प्रशस्त करते हैं । हमें सही दिशा में चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
माता-पिता भी हमारे गुरु हैं। उनका आदर और सम्मान निश्चित रूप से होने चाहिए। विद्यालय में शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा हमें ज्ञान की प्राप्ति होती है। हमें अच्छे संस्कार और अच्छे व्यवहार मिलते हैं। गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले होते हैं। गुरु के बिना ज्ञान प्राप्ति संभव नहीं है। उन्होंने एकलव्य की गुरुभक्ति का उदाहरण देकर छात्र-छात्राओं को गुरु की महत्ता के बारे में जानकारी दी।
राम आचार्य ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए। मंच संचालन शिक्षिका शालिनी ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी छात्र छात्रा और शिक्षक शिक्षिका उपस्थित रहे।
