झारखंड विकलांग मंच ने उपायुक्त से मिलकर दुगनी ब्लाइंड स्कूल चलाने का किया अनुरोध…
सरायकेला:संजय मिश्रा
सरायकेला। झारखंड विकलांग मंच के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला से मुलाकात कर दुगनी में ब्लाइंड स्कूल शुरू करने का अनुरोध किया। अध्यक्ष द्वारा जानकारी दिया गया कि लगभग 15 वर्ष पूर्व दृष्टि बाधित बच्चों को शिक्षा देने के उद्देश्य से सरकार ने दुगनी में विद्यालय भवन का निर्माण कराया था। परंतु भवन तैयार होने के तुरंत बाद सीआरपीएफ का कैंप बना दिया गया। तब से उस भवन पर सीआरपीएफ का कब्जा है। इसीलिए सीआरपीएफ के कब्जे को हटाकर ब्लाइंड स्कूल शुरू करने की आवश्यकता है। क्योंकि जिले में लगभग 80 दृष्टि बाधित बच्चें पढ़ने वाले उम्र के हैं। उन्होंने बताया कि इस पर उपायुक्त ने त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिये है।
मुलाकात के क्रम में चांडिल प्रखंड के रुदिया निवासी दिव्यांग फूलमानी मांझी का समस्या रखा गया। जिसमें उसने बताया है कि मेरे द्वारा गठित मां शारदा महिला समिति को 13 वर्ष पूर्व जिला प्रशासन द्वारा जन वितरण प्रणाली का दुकान दिया गया था। परंतु समिति के सचिव एवं कोषाध्यक्ष दोनों समान व्यक्ति हैं और मिलीभगत कर मेरे से दुकान छीन लिए हैं। मुझे अभी कुल सदस्यों के 60% सदस्य का समर्थन प्राप्त है इसीलिए मुझे दुकान संचालन का अधिकार वापस दिया जाए।
इस पर उपायुक्त द्वारा जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसी क्रम में सरायकेला प्रखंड के पानी छत्तर निवासी शशि देवी का भी समस्या उपायुक्त के सामने रखा गया। जिसके अंतर्गत बताया गया कि शशि देवी के दो बच्चे गंभीर दिव्यांग हैं। जिन्हें विशेष देखभाल के कारण शशि देवी मजदूरी का काम भी नहीं कर पाती है। सिर्फ पति के मजदूरी से घर का खर्च चलता है। और जिसके कारण घर का भवन काफी जर्जर अवस्था में है। बरसात में छत से पानी गिरता है। इसीलिए कोई आवास योजना अंतर्गत आवास दिलाने की मांग की गई। जिस पर उपायुक्त ने प्रखंड विकास पदाधिकारी सरायकेला से जांच कराकर समुचित सहयोग का आश्वासन दिया।