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स्वतंत्रता दिवस की अवसर पर डीएलएसए द्वारा जेल अदालत सह विधिक जागरुकता शिविर का किया गया आयोजन…

सरायकेला:संजय मिश्रा

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सरायकेला। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंडल कारा सरायकेला में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा जेल अदालत सह विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुरूष बंदियों के बीच चेस, कैरम, बैडमिंटन आदि प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार द्वारा पुरस्कृत किया गया। इससे पूर्व प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा मंडल कारा में पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया।

पुनः मण्डल कारा में महिला बंदियो को ब्यूटीशियन कोर्स से सम्बंधित सर्टिफिकेट का वितरण किया गया। जेल अदालत में कई बंदियों के द्वारा दिए गए आवेदन में कुल 12 मामलों पर विचार किया गया। जिसमें 5 मामलों का निष्पादन हुआ। तथा 8 अभियुक्त मुक्त हुए। 4 मामला मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी तथा 1 मामला अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय से निष्पादित हुए।

कार्यक्रम में जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश द्वितीय कंकन पट्टेदार, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी श्रीमती मंजू कुमारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सुश्री कवितांजली टोप्पो, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सुशील कुमार पिंगुआ, एपीपी प्रवीण कुमार, स्थानीय कारागार के अधीक्षक श्रीमती हिमानी प्रिया, न्यायालय के कर्मी, कारागार के कर्मी और सुधारगृह के तमाम बंदी उपस्थित रहे।

बंदियों को संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवम सत्र न्यायाधीश विजय कुमार ने सभी को आजादी के 76वें वर्षगांठ पर वहां उपस्थित लोगों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी। अपने सम्बोधन में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने उपस्थित बन्दियों को आत्ममंथन करने की बात कही और कहा कि अपने स्किल का उपयोग कर यहां से निकलने के बाद समाज के अच्छे नागरिक बनें।

कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित अंजू दीदी (ब्रह्मा कुमारी) ने अपने प्रवचन से उपस्थित बंदियो को अपने अंदर सुधार लाने का सुझाव दिया। इंसान कोई अच्छा या बुरा नही होता, उसके अन्दर का गुण या अवगुण उसके अच्छाई या बुराई को बताते हैं।

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