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सरायकेला। झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ सरायकेला खरसावां एक महत्वपूर्ण बैठक कोलाबीरा स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्रांगण में की गई। जिलाध्यक्ष मनजीत कौर की अध्यक्षता में आयोजित की गई उक्त बैठक में विद्यालय संचालन को लेकर किए गए समय परिवर्तन संबंधी अधिसूचना का पुरजोर विरोध किया गया। संघ के उपाध्यक्ष सुरेश पंडा ने विभागीय आदेश संख्या 2144 दिनांक 2 नवंबर 2021 पर विस्तृत चर्चा करते हुए इस अधिनियम के आने से छात्रों एवं शिक्षकों पर पढ़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अधिसूचना में शिक्षकों को विद्यालय अवधि के बाद विद्यालय में 1 घंटा रुकने का निर्देश दिया गया है, जो उचित नहीं है।

 

विभाग ने शिक्षण क्षेत्र से जुड़े सभी शिक्षकों को अधिसूचना के माध्यम से एक कर्मचारी के रूप में देखा है। जबकि शिक्षण कार्य अन्य कार्यों से भिन्न है। कहा गया कि शिक्षक भी अन्य विभाग के कर्मचारियों की भांति कार्य करने को तैयार हैं। बशर्ते की अन्य विभाग के कर्मचारियों की भांति 5 वर्ष के बाद उन्हें भी विभागीय प्रोन्नति का लाभ एवं अन्य सुविधा देने की व्यवस्था की जाए। बैठक को संबोधित करते हुए जिला सचिव नारायण कुमार ने कहा कि विभाग को चाहिए कि शिक्षकों को परेशान करने के बजाय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए विद्यालय की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करें। विद्यालयों में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की व्यवस्था की जाए। एवं विद्यालय को जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। संघ के जिला कोषाध्यक्ष टिंकू रजक ने कहा कि अधिसूचना में जिन देशों की चर्चा की गई है, उन देशों का शैक्षिक माहौल एवं सुविधाएं यहां से भिन्न है। जो झारखंड के संदर्भ में प्रासंगिक नहीं है। इसलिए शैक्षिक सुधार के लिए कोई भी निर्णय लेते समय झारखंड के परिदृश्य को ध्यान में रखना आवश्यक है। बैठक में सर्वसम्मति से अधिसूचना का विरोध करने का निर्णय लिया गया। कहा गया कि यदि विभाग द्वारा अधिसूचना वापस नहीं ली जाती है तो सभी शिक्षक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। बैठक में संघ कार्यकारिणी के राकेश कुमार, राकेश ठाकुर, देवेंद्र मांझी, इंदु प्रसाद, संयुक्त सचिव कामदेव महतो, शिक्षक सदस्य मुकेश कुमार सिंह, शशि कमल, मनोरंजन महतो, गुणाधर महतो, विजय कुमार साहू एवं मोतीलाल मुंडा सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।

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