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शहीद पुलिस कर्मियों को दी गई श्रद्धांजली, परिवारों को किया गया सम्मानित

सरायकेला: सरायकेला के दुगनी स्थित पुलिस केंद्र में गुरुवार को पुलिस संस्मरण दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी। शहीद वेदी के सामने शस्त्र झुकाकर कर शहीदों को याद किया गया और उनकी शहादत को कभी बेकार नहीं जाने देने की शपथ ली गयी। साथ ही देश और समाज की रक्षा के लिए हमेशा मर मिटने का संकल्प लिया गया। सरायकेला के दुगनी स्थित पुलिस केंद्र में गुरुवार को जिला पुलिस के तत्वावधान में पुलिस संस्मरण दिवस का आयोजन किया गया।

जिसमें शहीद पुलिस अधिकारी व जवानों को नमन करते हुए पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश ने जिले के छह शहीदों के पत्नियों को सम्मानित किया। पुलिस संस्मरण दिवस पर पुलिस अधिकारी एवं जवानों ने शहीद पुलिस अधिकारी व जवानों को नमन करते हुए दो मिनट का मौन धारण कर भगवान से दिवंगत आत्मा की शांति एवं शहीद परिवारों की सुख-शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। पुलिस अधीक्षक ने राज्य एवं केंद्रीय पुलिस के शहीद पदाधिकारी एवं जवानों का नाम पढ़ कर सुनाया। उन्होंने कहा कि सरायकेला-खरसावां जिले के सअनि गोवर्धन पासवान, सअनि मनोधन हांसदा, आरक्षी धनेश्वर महतो, आरक्षी डिबरु पूर्ती व आरक्षी युधिष्टिर मलुवा समेत कुल पांच पुलिसकर्मी कर्तव्य का निर्वाह करते हुए अपनी जान की कुर्बानी दी है।
सशस्त्र जिला बल के जवानों ने सलामी शस्त्र व शोक शस्त्र के पश्चात दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को नमन किया।

इस दौरान सरायकेला-खरसावां जिले में अपने कर्तव्य का निर्वाह करते शहीद हुए पांच पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई। स्मरण दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसपी आनंद प्रकाश ने कहा कि पुलिस पदाधिकारियों व जवानों ने आम लोगों की सुरक्षा व कर्तव्य के दौरान शहीद होकर सर्वोच्च बलिदान दिया है। ऐसे जांबाज शहीद पुलिस पदाधिकारियों व जवानों को आज नमन करने का दिन है। ये हमारे प्रेरणा स्रोत हैं और वीर सपूतों के लिए देश व झारखंड पुलिस को गर्व है। एसपी ने कहा कि हमें खुद को सुरक्षित रखते हुए आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी ईमानदारी के साथ सर्वोच्च बलिदान के लिए हमेशा तैयार रहना है। आज के दिन पुलिस स्मरण दिवस मनाते हुए श्रद्धांजलि देते हुए यह संदेश देना है कि अपने कर्तव्य के लिए सर्वोच्च बलिदान के लिए कभी पीछे नहीं हटना है।
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