सरायकेला। पेन इंडिया अमृत महोत्सव के कार्यक्रम के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकार की टीम पूरे जिले में सक्रिय रही। इस कार्यक्रम के दौरान खरसावां प्रखंड परिसर में महिला सशक्तिकरण को लेकर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कुचाई, खरसावां और सरायकेला प्रखंड के सहिया को महिलाओं के अधिकार एवं कर्तव्य के बारे में जानकारी दी गई।
इसके अलावा उन्हें विधिक सेवा से प्राप्त होने वाले न्याय के बारे में जानकारी दिया गया। इस कार्यक्रम से जुड़कर सेविका-सहायिका, एएनएम और स्वयं सहायता समूह के करीब 200 महिलाओं को लाभान्वित किया गया। विधिक जागरूकता के साथ महिला उत्पीड़न से संबंधित कानून, डायन कुप्रथा से संबंधित कानून तथा केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया गया। मुख्य रूप से कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने एएनएम, सहायिका, सेविका और स्वयं सहायता समूह के बहनों से अनुरोध किया कि वे अपने क्षेत्र में लोगों को शिविर से लाभ उठाकर जागरूक करें और उन्हें अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं से जोड़ने का काम करें। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने उपस्थित महिलाओं से अनुरोध किया कि वह अधिक से अधिक संख्या में आगे आए तथा महिलाओं को उनके हक और अधिकार दिलाने में मदद करें। महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत काफी महिलाओं को ऋण का बंटवारा और बहुत सारी योजनाओं से प्रखंड कार्यालय में जोड़ा गया। इसके अलावा मोबाइल वैन के द्वारा कई गांव में डोर टू डोर कैंपेन चलाया गया। तथा जिले के पारा लीगल वॉलिंटियर के द्वारा भी करीब 80 गांवों में विधिक जागरूकता शिविर के साथ डोर टू डोर कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।