समायोजन की मांग को लेकर सरयू राय से मिले टेट पास पारा शिक्षक।
सरायकेला। टेट पास पारा शिक्षक संघ के पूर्वी सिंहभूम जिला कमिटी का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को जिलाध्यक्ष हिमांशु महतो के नेतृत्व में पूर्व मंत्री सह जमशेदपुर पूर्वी विधायक सरयू राय से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. इस दौरान पारा शिक्षकों ने सीधे समायोजन और विसंगति समाधान हेतु श्री राय से विधानसभा के मानसून सत्र में प्रश्न उठाने का आग्रह किया. मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी सह वार्ताकार कमिटी सदस्य कुणाल दास ने कहा कि राज्य सरकार हर स्तर पर प्रचार कर रही है कि पारा शिक्षकों की बीस साल पुरानी समस्या समाधान कर दी गई है. संघ इसका पुरजोर विरोध करता है. मैं मीडिया के माध्यम से बताना चाहूंगा कि टेट पास पारा शिक्षक एनसीटीई और एनइपी के सारे मापदंडों को पूर्ण करते हुए सरकारी शिक्षक बनने की संपूर्ण अहर्ता रखते हैं. पूर्व में झारखण्ड सरकार के महाधिवक्ता ने भी इस पर लिखित राय दी थी कि टेट पास पारा शिक्षकों को वेतनमान देते हुए समायोजित किया जा सकता है। और इसमें कोई भी विधिक अड़चन नहीं है. बावजूद इसके महाधिवक्ता की राय को दरकिनार कर सरकार ने पारा शिक्षकों को एक हास्यास्पद नियमावली सौंपी है.
दिसम्बर 2021 में हुई अंतिम आधिकारिक वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने आश्वस्त भी किया था कि टेट पास पारा शिक्षकों को वेतनमान देने के लिए सरकार एक माह के भीतर पुनः वार्ता करेगी। किंतु दुर्भाग्यपूर्ण है कि तकरीबन छह महीने बीत जाने पर भी अब सरकार हरकत में नहीं आ रही है. मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. जमशेदपुर पूर्वी विधायक सरयू राय अनुभवी और तकनीकी मामलों के जानकार हैं और हमें पूरी उम्मीद है कि वे विधानसभा में बात को मजबूती से रखकर हमें न्याय दिलाएंगे. हमारी दो मुख्य मांग हैं एक सीधा समायोजन और दूसरा विसंगति समाधान। दोनों ही मुद्दे पर सरकार अगर जल्द फैसला नहीं लेती है तो मानसून सत्र के बाद एक वृहत आंदोलन का आगाज किया जाएगा. प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश कोर कमिटी सदस्य लखनलाल महतो, पूर्वी सिंहभूम जिला महासचिव मृत्युंजय गोप, सुनील कुमार लोहार, रवीन्द्र नाथ महतो आदि शामिल रहे।