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चांडिल इकाई के आदिवासी कुड़मि समाज सह अन्य प्रतिनिधिमंडलों ने कुड़मी को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने संबंधी, मुख्य सचिव से मिलकर वार्ताएं हुई…

चांडिल:कल्याण पात्रा 

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रेल टेका व डहर छेका कार्यक्रम के बाद मुख्य सचिव झारखंड सरकार के साथ तय तिथि एंव समय पर आदिवासी कुड़मि समाज द्वारा एक प्रतिनिधिमंडल वार्ता हेतू मिला। ज्ञातव्य है कि नीमडीह स्टेशन में अनिश्चितकालीन रेल-टेका व डहर-छेंका आंदोलन को 16घंटे बाद राज्य सरकार के मुख्य सचिव से वार्ता हेतु समय मिलने के बाद ही आंदोलन स्थगित कर दिया गया था । भरत 25 सितंबर सुबह 10:00 बजे से 11:00 बजे के बीच होनी थी, परंतु करम परब की उपलक्ष्य में छुट्टी होने के कारण 26 सितंबर को यथास्थिति समय परी वार्ताएं हुई।

वार्ता में सबसे पहले आंदोलनकारियों के कैश वापसी पर वार्ता हुई। जिसमें इस संबंध में डीजीपी झारखंड से बात करने के बाद इस विषय पर हल निकाला जाएगा।दूसरी विषय कुड़मि जनजाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने पर मुख्य सचिव ने कहा कि आपके मांग पत्र का अध्ययन करने के उपरांत इस विषय पर मुख्यमंत्री झारखंड सरकार से विस्तृत चर्चा करेंगे । चर्चा उपरांत इस पर कानून सम्मत या नियम सम्मत सरकार ही इस पर कार्यवाई करेगी। बैठक में टीआरआई निदेशक रनेन्द्र कुमार भी उपस्थित थे।


आदिवासी कुड़मी समाज के सरायकेला खरसावां जिला प्रभारी प्रभात कुमार महतो ने कहा कि हम सभी कुड़मि जनजाति संगठित रहे और आगे की रणनीति बनाने के लिए सभी कुड़मि एक होकर आंदोलन की रुप-रेखा तय करनी है । चूकि यह लड़ाई 73 वर्षों से चली आ रही है और अभी लंबी चलेगी ।इसका सही हल केन्द्र से ही उम्मीद है। हमलोगों ने अपनी बात को मुख्य सचिव के सामने अपने पक्ष को साक्ष्यों एंव कनुनी पहलुओं को मजबूती से रखा ।मुख्य सचिव ने हमारी बातों को गंभीरता से सुने।

प्रतिनिधिमंडल द्बारा 480पन्ना का ज्ञापन सौंपा गया। मुख्य रूप से प्रतिनिधि मंडल में शामिल आदिवासी कुड़मी समाज के मूलखुंटि मुलमांता अजीत प्रसाद महतो,केंद्रीय सहसचिव जयराम महतो, प्रदेश अध्यक्ष पद्मलोचन महतो, जिला प्रभारी प्रभात कुमार महतो, केंद्रीय सदस्य जितेन महतो, अशोक पुनअरिआर, गुणधाम मुतरुआर,दीपक पुनअरिआर, महादेव डुंगरिआर ,छोटेलाल महतो, संजीव महतो इत्यादि शामिल हुए।

 

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