नशा पान त्यागें और मांस मदिरा सेवन से परहेज करें:
अनूपानंद जी महाराज
सरायकेला। सरायकेला के स्वर्णरेखा कॉलोनी स्थित हनुमान मंदिर परिसर में श्रीमद् भागवत कथा साप्ताहिक ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन वृंदावन से पधारे कथावाचक अनुपानंद जी महाराज द्वारा सत्कर्म पर प्रवचन देते हुए इसे मोक्ष का श्रेष्ठ मार्ग बताया गया। अपराहन 2:30 बजे से भागवत कथा का आरंभ किया गया। जिसमें वृंदावन से पधारे कथावाचक श्रद्धेय अनूपानंद जी महाराज द्वारा भागवत कथा के प्रसंग पर प्रवचन करते हुए कहा गया कि नशा पान का त्याग करें और मांस मदिरा के सेवन से परहेज करें। यही जीवन के मोक्ष का श्रेष्ठ मार्ग और साधन है।
आयोजन समिति के राहुल महतो ने बताया कि प्रतिदिन अपराहन 2:30 बजे से सायं 5:00 बजे तक कथावाचक अनूपानंद जी महाराज द्वारा श्रीमद् भागवत कथा के प्रसंगों का वाचन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी 1 अप्रैल को पूर्णाहुति के साथ साप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन किया जाएगा। इस अवसर पर स्वर्णरेखा कॉलोनी निवासी सहित आसपास के दर्जनों की संख्या में भक्तों श्रीमद् भागवत कथा सुनने के लिए उपस्थित रहे।