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सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन ने शोक सभा कर

पद्मश्री स्वर्गीय पंडित गोपाल प्रसाद दुबे को दी श्रद्धांजलि….

सरायकेला Sanjay । पद्मश्री पंडित गोपाल दुबे की असमय निधन से दुखी सरायकेला छऊ आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष भोला महांती की अध्यक्षता में जगन्नाथ मंदिर के सांस्कृतिक भवन मे एक शोक सभा हुई। उक्त शोक सभा में कलाकारों द्वारा उनके आत्मा की सदगति हेतु दो मिनट का मौन रख उनके चित्र पर माल्यापर्ण कर श्रधांजलि दी गई। उक्त अवसर पर गुरु नाथू महतो ने कहा कि गोपाल जी छऊ कला के एक बेहतरीन कलाकार के साथ गुरु भी थे। उनके निधन से कला जगत को काफी नुकसान हुई जिसकी भरपाई कर पाना मुश्किल है। गुरु शुशांत महापात्र ने कहा कि छऊ कला की विकास में उनका अतुलनीय योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सरंक्षक मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि गोपाल जी बहुत ही सरलता के साथ बच्चों को छऊ की शिक्षा देते थे।

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उन्होंने देश विदेश में कार्यक्रम कर छऊ को अंतरष्ट्रीय स्तर पर पहचान भी दिलाई थी। वरीय कलाकर रजत पटनायक ने कहा कि गोपाल जी के साथ मै भी इंग्लैंण्ड का दौरा कर चुका हूं। वे बहुत ही मिलनसार व्यक्ति थे और काफी अच्छा नृत्य करते थे। एशोसिएशन के अध्यक्ष भोला महांती ने कहा कि हम आज दुखी जरूर है पर कलाकार कभी मरता नहीं। उनके द्वारा किये गए हर कार्य हमे उनकी याद दिलाती रहेगी। वे हमेसा हमारे दिल में रहेंगे। हम उनके मार्गदर्शन का अनुसरण कर छऊ के विकास के लिए काम करेंगे। वही हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सचिव सुदिप कवि ने कहा कि गोपाल जी के खड़ा होने से ही छऊ नृत्य की भाव दर्शाती थी।

वे हमेशा युवाओं को छऊ के प्रति प्रेरणा देते थे। उनके इस तरह चला जाना छऊ के एक अध्याय समाप्त हो गया। शोक सभा को पूर्व अनुदेशक विजय साहू, सुनील दुबे, मनोरंजन साहू, सुमित महापात्र, रूपेश साहू, तरुण भोल, अमित साहू, प्रदीप बसा, शुकान्त आचार्य ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला। उक्त अवसर पर कुना सामल, निवारण महतो, गणेश परीछा, अमित साहू, अनिल पटनायक, प्रशांत महापात्र, संजीब पति, विश्वनाथ कुम्भकार, प्रदीप कबि, राकेश कबि, पटम मुखी, राजीव महापात्र सहित कई लोग उपस्थित रहे।

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