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सत्य तो सत्य है और साईं का मतलब होता है ईश्वर. राज्यपाल

रमेश बैस ने कहा कि परोपकार से बड़ा कोई पुण्य नहीं है…

जमशेदपुर (आलोक पाण्डे) राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि परोपकार से बड़ा कोई पुण्य नहीं है. सत्य तो सत्य है और साईं का मतलब होता है ईश्वर. श्री सत्य साईं प्रेम, दया, करुणा और सेवा की प्रतिमूर्ति थे. श्री सत्य साईं ने कहा था कि मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है. श्री सत्य साईं ने अपना पूरा जीवन दीन, हीन और दुखियों की सेवा को समर्पित कर दिया था. राज्यपाल रमेश बैस शुक्रवार को जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा मानव जीवन का अभिन्न अंग है. ऐसे में किसी अस्पताल की स्थापना करना बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है.

आज हम अपनी जीवन शैली और प्रदूषण आदि कारणों से कुछ अधिक ही बीमार पड़ रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों की जरूरत और अधिक महसूस होने लगी है. यदि कोई संस्थान ऐसा प्रयास कर रहा है कि हम बीमार पड़ने से पहले ही परामर्श से अपने शरीर को निरोग रख सकते हैं तो यह बहुत ही उपकारी है. श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में स्थापित मदर-चाइल्ड केयर सेंटर ऐसा ही प्रयास करेगा.स्वास्थ्य सेवा में रोगी की संतुष्टि व दवाओं का सही उपयोग महत्वपूर्ण उन्होंने कहा कि यदि हमारे आस-पास अच्छे अस्पताल व अच्छे डॉक्टर हैं तो हम हमेशा राहत महसूस करते हैं. एक अस्पताल का संचालन केवल चिकित्सक के भरोसे ही नहीं हो सकता. इसमें वहां के तमाम कर्मचारियों का अहम दायित्व होता है. हमारी स्वास्थ्य सेवा में रोगी की संतुष्टि और दवाओं का सही उपयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है. श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल ने अपनी तमाम शाखाओं में लगभग 23 हजार से अधिक बच्चों की सफल हार्ट सर्जरी की है, वह भी बिल्कुल मुफ्त. यह संस्था बहुत ही सेवा भावना से काम करती है. इनके रायपुर के अस्पताल से मैं परिचित हूं. श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल का प्रशासन किसी के दबाव में काम नहीं करता है. जब छत्तीसगढ़ से सांसद था तब मैंने भी एक सिफारिश की थी, लेकिन अस्पताल की व्यवस्था से अलग न जाने की विवशता बताकर मुझे भी मना कर दिया गया था.रायपुर जैसी होंगी सुविधाएं I

राज्यपाल ने कहा कि लोग डॉक्टर को भगवान कहते हैं लेकिन श्री सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के चेयरमैन डॉ. पी श्रीनिवास ने तो मरीज को ही भगवान का दर्जा दे दिया है. राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि जैसा रायपुर का अस्पताल है, इस अस्पताल को भी उसी के जैसा विकसित किया जाएगा. वैसी ही सुविधाएं यहां भी मिलेंगी और इस अस्पताल में भी हार्ट की सर्जरी होगी.यह अस्पताल नहीं, मानव स्वास्थ्य सेवा का मंदिर है I  चेयरमैन इसके पूर्व समारोह में श्री सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के चेयरमैन डॉ. पी श्रीनिवास ने कहा कि यह अस्पताल नहीं, मानव व स्वास्थ्य सेवा का मंदिर है. हां, दिखने में ये अस्पताल हो सकता है. श्री सत्य साईं ने जीवन भर मानवता की सेवा की. संजीवनी में भी काम नहीं, सेवा ही होती है. यह प्रेम व सेवा का केंद्र है. उन्होंने झारखंड के लोगों को भरोसा दिलाया कि बहुत जल्द यहां बच्चों की दिल की बीमारी का स्क्रीनिंग सेंटर भी खुल जाएगा. सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि झारखंड स्वास्थ्य सेवा में पीछे है. आगे ले जाने की लगातार कोशिशें हो रही है.

उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जमशेदपुर ही नहीं आस-पास के क्षेत्र के लोगों को इस अस्पताल से बहुत लाभ मिलेगा. समारोह को टाटा स्टील कारपोरेट सर्विसेस के वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने भी संबोधित किया. धन्यवाद ज्ञापन श्री सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के ट्रस्टी विवेक गौर ने किया.तीन बच्चों को राज्यपाल ने किया सम्मानित I समारोह के दौरान राज्यपाल रमेश बैस ने जमशेदपुर के तीन बच्चे जिनके हार्ट की सर्जरी हाल ही में संजीवनी अस्पताल रायपुर व मुंबई में हुई थी, को मोमेंटो देकर सम्मानित किया. इसके पूर्व राज्यपाल सहित अन्य अतिथियों ने फीता काटकर अस्पताल का उद्घाटन किया और अस्पताल परिसर का भ्रमण कर यहां मिलने वाली तमाम सुविधाओं का जायजा भी लिया.।।

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