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सरायकेला में सज गया राखी का बाजार; ग्रामीण क्षेत्रों में गोम्हा पर्व और शहरी क्षेत्रों में रक्षाबंधन उत्सव मनाने की तैयारी का दिख रहा उत्साह…

सरायकेला: संजय मिश्रा

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सरायकेला: सरायकेला में राखी का बाजार सज गया है। प्रत्येक चौक चौराहों पर राखी की दुकानें सज गईं हैं। नई किस्म की राखियां बाजार में उपलब्ध है। बाजार में दस रुपये से चार सौ रुपये तक की राखियां बिक रही हैं। सरायकेला बाजार में 80 से ज्यादा दुकानों में रंग-बिरंगी राखियां सज चुकी हैं। इसके साथ ही विद्यालयों में भी छात्राएं राखियां तैयार कर रही है। बहनों के प्यार की मिठास घोलने के लिए चॉकलेट के कई पैक भी बाजार में आ गए हैं। युवतियां अपने भाइयों की कलाई पर सजाने के लिए आकर्षक डिजाइन की राखियां खरीद रही हैं। बाजार में इस बार नई तरह की काफी संख्या में राखियां उपलब्ध हैं। बाजार में कार्टून कैरेक्टर व रेशम के धागों से बनी ब्रेसलेट टाइप राखियों की बिक्री ज्यादा हो रही है।

कार्टून कैरेक्टर की राखियों से सजेंगी नन्ही कलाइयां:-
राखी विक्रेता कन्हैया और सलमा गिफ्ट कॉर्नर के बलाल हुसैन ने बताया कि बाजार में बच्चों के लिए उनकी पसंदीदा कार्टून कैरेक्टर से बनी राखियां भी आई हैं। वहीं बड़ों के लिए भी फूलपत्ता, ओंकार, स्वास्तिक और रेशम के धागे, स्टोन की राखियां उपलब्ध हैं। रेशमी धागों के साथ-साथ अब स्टोन वाली राखी, मोतियों की राखी दुकानों में सजी है। नन्ही बहनों को लुभाने के लिए बाल गणेश, छोटा भीम, मिक्की माउस, डोनाल्ड डक और अन्य कार्टून कैरेक्टर वाली राखियां भी दुकानों में सजी हुई हैं।

दुकानों में कई डिजाइनों की राखियां तो उपलब्ध हैं। फिर भी रेशम की पारंपरिक डोर अन्य राखियों पर भारी पड़ती नजर आ रही है। बहनों की पहली पसंद अब भी रेशम की डोर ही है। बड़ी उम्र की बहनें अपने उम्रदराज भाइयों के लिए आज भी पारंपरिक रेशमी धागे की राखियों को पंसद कर रही हैं। वही ग्रामीण क्षेत्रों में पवित्र गोम्हा पर्व मनाए जाने को लेकर तैयारी की जा रही है।

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