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सरहुल प्रकृति उपासना का पर्व हैं छोटेलाल करमाली…

रामगढ़ ब्यूरो (इन्द्रजीत महतो)

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चितरपुर क्षेत्र के पसरा टोला लारी कलां में प्रकृति का पर्व सरहुल धूमधाम से मनाया गया। मिलन समारोह में बतौर मुख्य अथिति छोटेलाल करमाली आदिवासी छात्र संघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष, विशिष्ट अथिति केंद्रीय प्रवकत्ता प्रकाश करमाली, अधिवक्ता शिव करमाली, सुनील करमाली बीस सूत्री अध्यक्ष रामगढ़, शंकर करमाली विधायक प्रतिनिधि मांडू, किसान नेता पंकज महतो, महेश करमाली आजसू महासभा जिलाध्यक्ष, सुहो देवी उपमुखिया लारीकलां, श्रवण करमाली जिला अध्यक्ष करमाली लोहरा समाज समिति, जलेश्वर करमाली, रोजे करमाली, निर्मल करमाली, बबलू करमाली आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम में सबसे पहले गाजे बाजे के साथ जुलूस निकाल कर सरना स्थल पहुँचे.

पहान द्वारा सरना स्थल पर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। साथ ही मुर्गे की बलि दी। इसके बाद सरैय फूल चढ़ाया। साथ ही श्रद्धालुओं के बीच फूल खोसी भी की गई। पूजा के बाद प्रसाद का भी वितरण हुआ। इस दौरान अतिथियों सहित सभी उपस्थित महिला पुरुषों ने नागपुरी गीत के साथ मांदर की थाप पर खूब थिरके। सभी ने एक दूसरे को सरहुल की बधाइयां दी। साथ ही प्रकृति की रक्षा का संकल्प लिया। मौके पर मुख्य अतिथि ने कहा कि सरहुल प्रकृति उपासना का पर्व है। यह पर्व जल, जंगल एवं जमीन से जुड़ी हैं। क्योंकि हमलोग पेड़ पौधा की पूजा करते है। जिससे उनसे हमें जीवन की प्राप्ति होती है।

इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत सरना समिति के द्वारा पगड़ी पहनाकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन सोनू करमाली ने किया. मौके पर सरना समिति के संरक्षक विष्णु करमाली, झुबर करमाली, राजेन्द्र करमाली, बाबुलाल करमाली, राजेश मुण्डा पहान, संदीप करमाली, गौतम करमाली अध्यक्ष, देवचरण करमाली उपाध्यक्ष, गुरूदयाल करमाली उपाध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष सुरज करमाली, सचिव कुणाल मुण्डा, कोषाध्यक्ष मुकेश करमाली, पंकज करमाली सहित कई लोग मौजूद थे.

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