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उड़ीसा,पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती रेलखंड पर जुटे कुड़मी-कुरमी आन्दोलनकारी संगठन

अनुसूचित जनजाति के सूची में शामिल करने की मांग पर

नीमडीह स्टेशन  पर किया रेल चक्का जाम, कई ट्रेन रद,

आवागमन बाधित.

रांची ब्यूरो – टोटेमिक कुड़मी/कुरमी संगठन के द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को अनिश्चिकालीन रेल रोको आंदोलन आज सुवह से प्रारंभ होगया है । इसके तहत सरायकेला खरसावां जिला के के दुर दराज से आन्दोलनकारी ढ़ोल बाजे के साथ नीमडीह रेल फाटक लेकर स्टेशन परिसर तक रेलवे ट्रेक को जाम कर रखा है । विभिन्न संगठन के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित होकर रेलवे ट्रैक पर बैठ गए हैं और कुड़मी/कुरमी/महतो जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग कर रहे हैं.

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वही टोटेमिक कुड़मी/कुरमी के बैनर तले अहले सुबह से ही संगठन के सदस्यों का पहुंचना शुरू हो गया था. पूर्व घोषित कार्यक्रम होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है । नीमडीह स्टेशन परिसर में बड़ी संख्या में चप्पे-चप्पे पुलिस बल को तैनात किया गया है ।
संगठन के द्वारा ट्रेन रोको आंदोलन के बीच पुरुलिया-झाड़ग्राम को तत्काल चांडिल ट्रेन पर रोक दिया गया है. चांडिल रेलवे स्टेशन मास्टर ने बताया कि आंदोलन को देखते हुए रेल प्रशासन ने पहले ही गोमो, दानापुर और आसनसोल ट्रेन को रद कर दिया है. आंदोलन के कारण मालगाड़ी का परिचालन रोका गया है

तीन राज्यों में आंदोलन का प्रभाव

कुड़मी/कुरमी/महतो जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने समेत अन्य मांगों को लेकर तीन राज्य झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एक साथ अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन चल रहा है. झारखंड में सिर्फ नीमडीह रेलवे स्टेशन में आंदोलन के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा अनुमति मिली है. इस कारण नीमडीह रेलवे स्टेशन में राज्य के विभिन्न जिलों के संगठन रात को ही नीमडीह स्टेशन पहुंचे हुये थे ।

एक दिवसीय होगा आंदोलन

टोटेमिक कुड़मी/कुरमी के पूर्व घोषित अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन अब एक दिवसीय होगा. इसकी जानकारी संगठन के कोर कमेटी के सदस्य संजीव केटियार ने दी. उन्होंने बताया कि सरकार अगर संगठन की मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं करती है तो आगे उग्र आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी.

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