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किसान दिवस पर खास :

प्योर ऑर्गेनिक खेती के बाद अब जिले में पहली बार सुपर नेपियर घास की खेती…..

भाजपा एसटी मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री मधु सिंह सरदार ने उक्त कार्य कर अपने किसान होने पर जताया गर्व।

सरायकेला Sanjay। कहते हैं कि किसान अन्नदाता है। जहां विकास के सारे हाईटेक जमाने नतमस्तक होते हैं। किसान दिवस पर किसान की बात करें तो जिले में बरबस भाजपा एसटी मोर्चा के पूर्व जिला महामंत्री और पुश्तैनी कृषक मधु सिंह सरदार का नाम स्मरण हो आता है। जिन्होंने पूर्व में पूरे ही वैदिक तरीके से 5 एकड़ भूमि पर प्योर ऑर्गेनिक की खेती कर मिसाल कायम की है।

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जिनके खेतों की मौसमी सब्जियां लोगों को बरबस लुभाती हैं। जिसके बाद उन्होंने प्रोजेक्ट करते हुए ट्रिप इरिगेशन के माध्यम से स्ट्रॉबेरी की खेती सफलतापूर्वक की है। और अब जिले सहित राज्य में संभावित पहली बार सुपर नेपियर घास की खेती कर रहे हैं। गम्हरिया प्रखंड के रापचा पंचायत अंतर्गत बीकानीपुर स्थित उनके फार्म में उन्होंने 3 एकड़ भूमि में सुपर नेपियर घास की विशेष खेती की है।

जो वर्तमान में सफलतापूर्वक 3 से 3.5 फीट तक ऊंची हो चुकी है। मधु सिंह सरदार बताते हैं कि उन्होंने पंजाब से 10,000 स्टिक लाकर सुपर नेपियर घास की खेती पूरे की ऑर्गेनिक तरीके से शुरू की। और वर्तमान में अपने तैयार किए हुए स्टिक से सुपर नेपियर ग्रास की खेती कर रहे हैं। जिसका लाभ पशुपालकों को मिल रहा है। मधु सिंह सरदार बताते हैं कि जिले में सुपर नेपियर ग्रास की खेती को अच्छा रिस्पांस और अच्छा मार्केट भी मिल रहा है।

सुपर नेपियर घास :

मूल रूप से अफ्रीका में पहली बार उपजाई गई सुपर नेपियर ग्रास दुग्ध उत्पादन करने वाले पशुओं के लिए बेहद ही लाभकारी है। जो पशुओं में कुपोषण को खत्म करता है। उक्त घास में 14 से 18% अधिक पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं। यह अधिक मीठा स्वाद वाला होने के पशुओं के लिए रुचिकर भोजन और आसानी से जल्दी पचने वाला है। इससे अपशिष्ट बहुत ही कम प्राप्त होता है। और यह दूध देने वाले पशु गाय, भैंस और बकरी के दूध देने की क्षमता में 20 से 30% की वृद्धि करता है। इसके साथ ही यह पूरी तरह से सुरक्षित है।

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