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अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम में शामिल होने के लिए रवाना हुए नीमडीह प्रखंड से दर्जनों आंदोलनकारी . . .

सरायकेला। आदिवासी कुड़मी समाज के सरायकेला-खरसावां जिला प्रभारी प्रभात कुमार महतो ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कुड़मी को एसटी सुची में शामिल करने की मांग को लेकर 5 अप्रैल बुधवार के सुबह 5 बजे से आद्रा के कुशटांढ़ रेलवे स्टेशन ( पुरुलिया) एवं खड़गपुर रेल मंडल के खेमाशुली स्टेशन में अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम कर दिया गया है। इसलिए आंदोलन को सफल बनाने के लिए झारखंड के नीमडीह प्रखंड से आंदोलनकारियों का जत्था पुरुलिया के लिए प्रस्थान कर गए। आंदोलन के पुरोधा व आदिवासी कुड़मी समाज के मूलखूंटी मूल मानता अजीत प्रसाद महतो ने कहा कि जब तक संशोधित सीआरआई रिपोर्ट ममता सरकार केंद्र सरकार को नहीं भेजती है तब तक आन्दोलन जारी रहेगा। हमारे झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिला से लगभग दस हजार आंदोलनकारी कुशटांड़ एवं खेमाशुली स्टेशन पहुंच चुके है। आज फिर चांडिल, नीमडीह, कुकड़ू एवं इचागढ़ आदि जगहों से लगभग डेढ़ हज़ार आंदोलनकारियों के साथ कुशटांढ स्टेशन के लिए रवाना हुए हैं। संभवत शनिवार की सुबह वार्ता होने की है। अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन बंगाल में अभी भी जारी है। इसका ठोस निर्णय ना होने से आंदोलन की रूपरेखा शनिवार से ओर उग्र होने की संभावना जताई जा रही है। शुक्रवार को एक निर्णायक मीटिंग किया गया। जिसमें टाटा पुरुलिया रोड़ के कांसाय नदी पुल एवं कोटशिला रेलवे स्टेशन को भी जाम किया जाएगा। आज 72 सालों से कुड़मी जनजाति अपने समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने हेतु लगातार आंदोलनरत हैं। अगले 20 सितंबर 2023 से झाड़खंड के दो स्टेशन एवं ओडिशा के दो स्टेशन को एक साथ अनिश्चितकालीन काल के लिए जाम कर दिया जाएगा। शुक्रवार को झिमड़ी, मुड़ु, पारगामा, भाकुड़गाड़ा आदि गांवों में जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें सभी वर्गों के सैकड़ों महिला पुरुष आदि लोग शामिल हुए। मौके पर जिला प्रभारी प्रभात कुमार महतो, सीमन्त कुमार महतो, विजय महतो, पद्मलोचन महतो, दिवाकर महतो मुख्य रूप से नेतृत्व किए।

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