अग्निपथ स्कीम देश के युवाओं के साथ रोजगार देने के नाम पर भद्दा
मजाक: हाराधन महतो…..
सरायकेला। ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन के झारखंड राज्य सचिव हाराधन महतो ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि अग्निपथ स्कीम देश के युवाओं के साथ रोजगार देने के नाम पर भद्दा मजाक किया गया है। उन्होंने बताया है कि अग्निपथ स्कीम के तहत अब सेना में जवानों की भर्ती सिर्फ 4 सालों के लिए होगी। उसके बाद उन्हें बाहर कर दिया जाएगा। ऐसे भर्ती किए गए जवानों को पेंशन तथा किसी अन्य तरह की सुविधा नहीं दी जाएगी। एक तरफ अग्निपथ स्कीम जैसी युवा विरोधी नीति लाई जा रही है। और दूसरी तरफ प्रधान सेवक द्वारा अगले डेढ़ साल में 1000000 नौकरी देने का एलान किया जा रहा है। अजीब इत्तेफाक है कि 8 वर्ष के बाद उन्हें शायद याद आया कि सरकार के विभिन्न विभागों में 1000000 पोस्ट खाली है। जबकि यही सरकार 400000 नौकरियों को समाप्त कर चुकी है। 1000000 नौकरी का एलान भी हर साल 2 करोड नौकरी के वादे की तरह जुमला बनकर रह जाएगा। कहीं यह चुनाव जीतने की तिकड़म तो नहीं? उन्होंने कहा है कि देश में बेरोजगारी की समस्या भयावह है। युवा हताश और निराश है। ऐसे में अग्निपथ जैसी स्कीम युवाओं के मनोबल को तोड़ने का काम करेगी। 2 साल से कोरोना की आड़ में सरकारी विभागों में नौकरी नहीं दी जा रही है। अब जब स्थिति सामान्य हुई तो युवाओं को उम्मीद थी कि भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। ऐसी स्थिति में इस तरह की स्कीम लाना युवाओं के लिए वज्रपात से कम नहीं है। सरकार को रोजगार की समस्या दूर करने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए। लेकिन वह ऐसा ना करके ठीक इसके विपरीत एक-एक करके बचे कुचे सरकारी संस्थानों से स्थाई नौकरी को समाप्त कर रही है। इस तरह के स्कीम से ठेकेदारी सिस्टम को बढ़ावा मिलेगा। और रोजगार की समस्या और भी विकराल रूप धारण करेंगी। एआईडीवाईओ संगठन सरकार से मांग करता है कि अग्निपथ स्कीम को वापस लिया जाए। और सभी सरकारी संस्थानों में स्थाई नियुक्ति की जाए। उन्होंने आंदोलनरत युवा साथियों से अपील की है कि वह किसी तरह की तोड़फोड़ या हिंसा के लिए नहीं बल्कि दीर्घ स्थाई, शांतिपूर्ण और जुझारू युवा आंदोलन निर्मित करने के लिए इसी तरह एकजुट हो।