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स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन।

सरायकेला: राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय जमशेदपुर के तत्वावधान में मंगलवार को आयोजित किया गया। इसमें सरायकेला के सेरेंगदा स्वयं सहायता समूहों को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी राजकिशोर गोप ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसायटी के बारे में कहा कि इससे जुड़कर समूह की महिलाएं अपना कौशल विकास कर सकती हैं। इसके जरिए महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकते हैं. समूह की महिलाएं बैंकों द्वारा संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई) में 3, 6, 9 और 12 महीनों का प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार कर सकती हैं। बैंक इसमें वित्तीय सहायता भी प्रदान करती है, ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कई कल्याणकारी एवं सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी दी।
उन्होंने भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया कार्यक्रम पर कहा कि बोर्ड ग्रामीणों को डिजिटल इंडिया के बारे में जागरूक करे, ताकि ग्रामीण इसका प्रयोग करना सीखें और अपने आपको विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी से जोड़ सकें। गोप ने प्रतिभागियों को ई-श्रम पोर्टल के अन्तर्गत असंगठित श्रमिकों का डाटा बेस में निबन्धन हेतु उपयोगी सुझाव दिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक हेमसागर प्रधान ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, बालिका समृद्धि योजना, किसान सम्मान निधि योजना तथा लेबर कार्ड बनाने की जानकारी दी। कार्यक्रम में सेरेंगदा और पदमपुर की आठ स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 40 महिलाओं ने भाग लिया।
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