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सीएम ने दिया आश्वासन केबी मिश्रा को किया फोन
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राँची के वरिष्ठ पत्रकार केबी मिश्रा के आह्वान पर पत्रकारहित को लेकर 1 मई से आंदोलनरत पत्रकार संगठन एआईएसएम जर्नलिस्ट वैलफेयर ऐसोसिएशन ने आज भी भूख हड़ताल कर पत्रकार आंदोलन का समर्थन कर दिया.
बताते चलें कि राज्य में फ्रंटलाईन वारियर का दर्जा और शहीद साथियों को मुआवजा समेत पत्रकारहित की विभिन्न मांगों को लेकर आॅल इंडिया स्माॅल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वैलफेयर ऐसोसिएशन ने सबसे पहले 1 मई से आंदोलन शुरू किया और मजदूर दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया.काले दिवस के इस आंदोलन में राज्य के धनबाद,जामताडा़,दुमका सरायकेला,जमशेदपुर,रामगढ़ समेत विभिन्न जिलों में काला बिल्ला लगाकर पत्रकार सड़क पर उतर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे.
कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन कर सड़क के साथ ही आंदोलन का रूप आॅनलाईन हो गया और राज्य भर के सैकडो़ं पत्रकार ट्वीटर,फेसबुक और व्हाट्सप पर विरोध करने लगे.
*प्रदेश प्रभारी के ट्वीट पर उडि़सा,बिहार और बंगाल सहित अन्य राज्यों ने की थी घोषणा*
इसके बाद ही ऐसोसिएशन के प्रदेश प्रभारी प्रीतम भाटिया के ट्वीट पर दिए सुझाव के बाद 2 मई को उडि़सा,बिहार और फिर 3 मई को विश्व प्रेस दिवस पर बंगाल समेत अन्य राज्यों के सीएम ने पत्रकारों को फ्रंटलाईन वारियर घोषित कर बीमा,मुआवजा समेत कुछ सुविधाओं की घोषणाएं की.
उक्त घोषणा से झारखंड राज्य के पत्रकारों में भी आस जगी लेकिन सरकार की चुप्पी से ट्वीटर,फेसबुक और व्हाट्सप पर हेमंत सरकार के खिलाफ ऐसोसिएशन द्वारा विरोध दर्ज कराया जाने लगा कि जब पडो़सी राज्य पत्रकारों को फ्रंटलाईन वारियर मान लिया गया है तो झारखंड में क्यों नहीं.धीरे-धीरे ट्वीटर पर सत्ता-विपक्ष के विधायक-सांसद और राज्य के बहुत से पत्रकारों ने भी आंदोलन को समर्थन देना शुरू किया,इसके बावजूद भी सरकार खामोश रही.
*प्रोटोकाॅल का पालन कर हुए विरोध*
कोरोना को लेकर सरकारी नियमों और पत्रकारों की सुरक्षा को देखते हुए पत्रकार लगातार विरोध दर्ज कराते रहे.समय बितता गया और एक-एक कर पत्रकार अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती होते रहे.बेहतर ईलाज और आर्थिक मदद के अभाव में गंभीर अवस्था में अस्पताल पहुँचे पत्रकार एक-एक कर विभिन्न जिलों में शहीद होते गये और फिर भी सरकार चुप रही,जिससे पत्रकारों में रोष बढ़ता चला गया.
पत्रकारों की सुरक्षा को देखते हुए ऐसोसिएशन ने अपना आॅनलाईन आंदोलन और वर्चुअल मीटिंग जारी रखा,परिणामस्वरूप सोशल मीडिया पर समर्थक बढ़ने लगे.
इधर मार्च 2020 से अब तक 35 पत्रकारों की शहादत से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई.
*श्रद्धांजली दिवस मनाकर जताया विरोध*
9 मई को ऐसोसिएशन ने पूरे राज्य में शहीद हुए पत्रकारों को विभिन्न जिलों में एकजुट हो शहीद पत्रकारों समेत फ्रंटलाईन वारियर को श्रद्धांजलि दी.जिसमें शाम के समय धनबाद,राँची,जमशेदपुर,जामताडा,साहेबगंज,दुमका,रामगढ़ समेत विभिन्न जिलों से पत्रकारों,राजनीतिक दलों और समाजसेवियों ने दीप और मोमबत्ती जलाकर शहीद पत्रकारों,डाॅक्टर,नर्स,पुलिस,सफाईकर्मियों जैसे फ्रंटलाईन वारियर को नमन कर सरकार का विरोध सड़क पर उतरकर किया.
*अपार समर्थन से मजबूत हुआ आंदोलन*
सोशल मीडिया पर अपार समर्थन के साथ ही ऐसोसिएशन ने शहीद पत्रकार साथियों के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग पर आंदोलन जारी रखा.
इसी बीच राँची के वरिष्ठ पत्रकार केबी मिश्रा जो सोशल मीडिया पर पत्रकारहित को लेकर लगातार ऐसोसिएशन के आंदोलन को अपनी कलम के धार से समर्थन दे रहे थे,ने भूख हड़ताल की घोषणा 17 मई को ही कर दी.
केबी मिश्रा के आह्वान पर ही ऐसोसिएशन ने सोशल मीडिया पर जारी विरोध के साथ-साथ आज 19 मई के भूख हड़ताल पर कल ही 18 मई को वर्चुअल मीटिंग कर अपने पदाधिकारियों और सदस्यों को जागरुक कर दिया कि हम भी भूख हड़ताल करें.
आज भूख हड़ताल पर सबसे पहले राँची से केबी मिश्रा ने भूख हड़ताल की शुरुआत की और सरकार से पत्रकारों को नकारने की नीति व हाऊस की गैरवाजिब नीति का विरोध किया.वे अपने आवास पर ही एकदिवसीय भूख हड़ताल पर बैठ गये और फोटो सोशल मीडिया और AISM के व्हाट्सप पर जारी कर दी.
देखते ही देखते सुबह 9.00 बजे से रात संध्या 7.00 बजे तक राज्य के विभिन्न जिलों से सैकडो़ं पत्रकार आंदोलन में शामिल होकर सोशल मीडिया पर फोटो जारी करने लगे.
*दोपहर में ही सीएम ने किया था फोन*
भूख हड़ताल आंदोलन के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सीएम हेमंत सोरेन केबी मिश्रा को फोन कर पत्रकारहित की मांगों से अवगत हुए.सीएम ने श्री मिश्रा को जल्द ही पत्रकारहित में घोषणा करने का आश्वासन भी दे दिया और फिर संध्या 7.00 बजे तक केबी मिश्रा समेत राज्य के तमाम पत्रकारों ने भूख हड़ताल समाप्त कर दी.
*भूख हड़ताल में इन पत्रकारों ने दिया अहम योगदान*
आज ऐसोसिएशन के विभिन्न जिलों से पत्रकार शामिल हुए जिसमें प्रदेश प्रभारी प्रीतम भाटिया,प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शंकर गुप्ता,प्रदेश सचिव राकेश मिश्रा,प्रदेश सलाहकार शियाराम शरण सिहं,राघव सिहं,शैलंद्र जयसवाल बंटी,भुजंग भूषण तिवारी,दुमका प्रमंडल सचिव धनंजय सिहं,दुमका ग्रामीण जिलाध्यक्ष राकेश चंदन,रामगढ़ जिलाध्यक्ष जेपी वर्मा,लातेहार जिलाध्यक्ष अजय सिन्हा,चतरा जिलाध्यक्ष मोकिम अंसारी,कोल्हान प्रभारी रासबिहारी मंडल,कोल्हान उपाध्यक्ष रविकांत गोप,जमशेदपुर ग्रामीण जिलाध्यक्ष कमलेश सिहं,सरायकेला ग्रामीण जिलाध्यक्ष अजय महतो,राँची ग्रामीण जिलाध्यक्ष दिनेश हजाम,प्रविंद पांडेय,संदीप पाठक,अरूण मिश्रा,जमशेदपुर प्रेस क्लब से अन्नी अमृता एंड टीम,राँची से वरिष्ठ पत्रकार अशोक गोप,सुरेंद्र सोरेन इसके अलावा दर्जनों अन्य पत्रकार.
*भाटिया द्वारा जारी है सत्चरित्र पाठ*
अपने पत्रकार साथियों से गमगीन हुए ऐसोसिएशन के प्रदेश प्रभारी प्रीतम भाटिया ने न सिर्फ भूख हड़ताल की बल्कि 35 शहीद पत्रकारों की आत्मिक शांति के लिए साई सत्चरित्र का पाठ भी आरम्भ किया जिसका समापन कल रात तक होगा.