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सरायकेला ब्यूरो – बीते 4 मई को गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय रायबासा की शिक्षिका राधी पूर्ति द्वारा आदित्यपुर थाने में अपने प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन कुमार पात्र द्वारा जातिसूचक दुर्व्यवहार करने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसे लेकर प्रताड़ित शिक्षिका राधी पूर्ति ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अर्शी से मुलाकात करते हुए उनके और बीईईओ ऑफिस के अनुसेवक गणेश गोप के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग ऑडियो क्लिप का सीडी पुलिस अधीक्षक को बतौर एविडेंस सौंपी है। जिसमें अनुसेवक द्वारा बीईईओ एवं उच्चाधिकारियों से काम करने के नाम पर रुपए मांगने की बातचीत का सबूत दिया गया है। उन्होंने आदित्यपुर थाने में की गई शिकायत की प्रतिलिपि के साथ-साथ सबूत के तौर पर ऑडियो क्लिप के सीडी पुलिस अधीक्षक को देते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई करने और न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
ऑडियो क्लिप में बातचीत के अंश की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा है कि बातचीत के दौरान अनुसेवक द्वारा कहा गया है कि आरडीडीई काम करेगा तो कुछ रुपया पैसा लेगा ना। आरडीडीई सेवा पुस्तिका खुलवाने के नाम पर रुपए की मांग की गई है। जिसमें अनुसेवक द्वारा पूछा भी गया है कि मोबाइल में रिकॉर्डिंग तो नहीं कर रहे हैं। क्योंकि मोबाइल में बात करने नहीं बोला है। आरडीडीई के नाम पर ₹12000 की मांग की गई है। इसके अलावा तेल, खाने और आने जाने के नाम पर रुपए की मांग की गई है। अपने लिए अनुसेवक द्वारा शिक्षिका के स्वविवेक पर छोड़ा गया है। बीईईओ पूरा पैसा लेगा तभी काम करके देगा की बात कही गई है। साथ ही काम नहीं होने पर रुपया वापसी की गारंटी की बात भी कही गई है। डीएसइ के फोकट में काम नहीं करने की पांचवी कहीं गई है। जिसमें अनुसेवक द्वारा कहा गया है कि वह अपने मन से नहीं बोल रहा है। संध्या प्रधान और शिशिर जैसे नामचीन लोगों का वेतन रोक दिया। और अमरेंद्र उमरेंद्र का नाम सुनते ही भड़क जाता है। जैसी बातें अनुसेवक द्वारा शिक्षिका राधी पूर्ति को फोन पर कही गई हैं।
क्या है मामला :-

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सहायक शिक्षिका राधी पूर्ति की सेवा पुस्तिका वर्ष 2018-19 में गुम हो जाने के बाद द्वितीय सेवा पुस्तिका के लिए प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी गम्हरिया को 8 मई 2020 को सूचित करते हुए निवेदन किया गया था। उसी सिलसिले में 8 अप्रैल 2021 को गम्हरिया बीईईओ के कार्यालय कक्ष में वास्तविकता जानने के लिए पहुंची। जिस पर बीईईओ द्वारा आक्रोशित होकर जातिसूचक बातें और पदाधिकारियों को मैनेज करने के नाम पर पैसे दिए जाने की बातें कहीं गई थी।
आदिवासी समाज भी आया आगे, कहा कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन:-

मामले को लेकर खेरवाल सांवता जाहेरगाढ़ समिति कलिकापुर भी सामने आया है। समिति के महासचिव उदय मार्डी की अध्यक्षता में इसे लेकर सरना उमूल में एक बैठक कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ संपन्न हुई। मौके पर गम्हरिया प्रखंड के बीईईओ कानन कुमार पात्र के भ्रष्ट आचरण और आदिवासी शिक्षकों के साथ अमानवीय व्यवहार की निंदा की गई। समिति के सचिव गोमरा माझी द्वारा कहा गया कि आदिवासी शिक्षिका के साथ ऐसा दु:साहसिक कृत्य हेमंत सरकार के प्रशासनिक कमजोरी को दर्शाता है। उन्होंने यथाशीघ्र एफआईआर दर्ज निलंबित करने की मांग की। समिति के उपाध्यक्ष सोखेन हेंब्रम ने कहा कि शिक्षकों को प्रताड़ित कर मुद्रा मोचन करना उक्त बीईईओ का इतिहास रहा है। लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने प्रशासनिक व्यवस्था पर संदेह पैदा करता है। उन्होंने कहा कि यदि 15 दिनों के अंदर एफआईआर दर्ज नहीं होता है या निलंबित नहीं किया जाता है तो आदिवासी समाज आंदोलन के लिए बाध्य होगा। बैठक में हेमंत मार्डी, कोदा बेसरा, गोम्हा हाँसदा, चैतन्य मुर्मू, देव मार्डी सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे।

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