घासी समाज बुद्धिजीवियों की मंथन गोष्ठी संपन्न, समाज के सशक्तीकरण पर बल
राँची : प्रेस क्लब, रांची में घासी समाज के बुद्धिजीवियों की एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं भगवान बिरसा मुंडा के चित्रों पर माल्यार्पण तथा पुरखा बेदी में पुष्प अर्पित कर श्रद्धा निवेदित करते हुए की गई।
गोष्ठी में झारखंड के विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधियों ने घासी समाज को अनुसूचित जाति से अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने के प्रस्ताव पर गंभीर विमर्श किया। यह विषय हाल ही में डुमरी के विधायक जयराम महतो को संदीप टाइगर नायक एवं मुकेश कुमार नायक द्वारा ज्ञापन सौंपे जाने के परिप्रेक्ष्य में उठाया गया था। इसी मुद्दे पर समाज के समग्र हितों को ध्यान में रखते हुए यह मंथन आयोजित किया गया।
इस अवसर पर पद्मश्री मुकुंद नायक, पद्मश्री महावीर नायक, नंदु बाबा, डॉ. अशोक नाग, डॉ. रिझु नायक, डॉ. बीरबल नाग, राजेश नायक, सुमंत मुखी, संदीप टाइगर नायक, मुकेश कुमार नायक, विजय नायक, रॉकी नायक, संजय नायक, विनीता पाठक नायक, राजन नायक, सुबोध राम, नरेंद्र नायक, विजय शंकर नायक, कृष्ण नायक, विनोद नायक, डॉ. इंद्रजीत राम नायक, रामप्रवेश नायक, पुनु नायक, तथा रवि मुखी ने संगोष्ठी को संबोधित किया।
सभा की अध्यक्षता पद्मश्री मुकुंद नायक ने की, संचालन लालधन नायक ने किया तथा कार्यवृत्त लेखन का दायित्व सुरेश एवं विनोद नायक ने निभाया। कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग लक्ष्य प्रकाश द्वारा की गई।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में पद्मश्री मुकुंद नायक ने घासी समाज को संगठित करने एवं सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया। वक्ताओं ने 24 जिलों में व्यापक विचार-विमर्श आयोजित कर अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचने का संकल्प व्यक्त किया।
कार्यक्रम के सफल संचालन में लालधन नायक, मुकेश कुमार नायक, उबोध राम, राजन नायक एवं सुरेश नायक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संगोष्ठी में जमशेदपुर, लातेहार, रामगढ़, लोहरदगा, सिमडेगा, गुमला, रांची समेत विभिन्न जिलों से प्रतिनिधियों ने सक्रिय सहभागिता की।
