मंडा पूजा : आस्था, परंपरा और एकता का भव्य उत्सव
राँची/अनगड़ा। गेतलसुद स्थित मंडा पूजा समिति द्वारा पारंपरिक आस्था और उत्साह के साथ मंडा पूजा का भव्य आयोजन किया गया। पूजा की पूर्व संध्या पर फुलखुनदी अनुष्ठान संपन्न हुआ, जिसमें भक्तों ने अग्नि पर नंगे पांव चलकर अपनी भक्ति, श्रद्धा और आत्मबल का परिचय दिया।
मुख्य कार्यक्रम के अंतर्गत झूलन परंपरा का निर्वहन करते हुए रात्रि में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें रंगारंग प्रस्तुतियों के माध्यम से श्रद्धा, संस्कृति और लोक परंपरा का उत्सव मनाया गया।
इस अवसर पर नायक समाज युवा कल्याण समिति (झारखंड) के प्रदेश अध्यक्ष संदीप टाइगर नायक एवं कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश नायक की गरिमामयी उपस्थिति रही। आयोजन समिति द्वारा उन्हें अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
अपने विचार व्यक्त करते हुए संदीप टाइगर नायक ने कहा कि मंडा पूजा सनातन धर्म की उस चेतना का प्रतीक है, जो सामाजिक विभाजनों से ऊपर उठकर एकता और श्रद्धा का संदेश देती है।
मुकेश नायक ने अपने संबोधन में कहा कि राजशाही काल में यह पर्व अत्यंत भव्यता से मनाया जाता था। जमींदारी प्रथा के अंत के पश्चात लोहरा, धासी, उरांव, मुंडा, महतो, कोइरी, ठाकुर समुदायों ने मिलकर शिव-पार्वती की उपासना की इस महान परंपरा को पुनर्जीवित किया, जो आज भी समर्पण भाव से संपन्न होती है।
आयोजन की सफलता में अध्यक्ष कार्तिक नायक एवं संरक्षक संजय नायक का उल्लेखनीय योगदान रहा।
विजय नायक, सतीश तिर्की, शुभम सिंह, राजेश नायक सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता और श्रद्धालु आयोजन में सहभागी बने।
