क्षेत्र में श्रद्धा भाव के साथ हुई परंपरागत मां मंगला उषा की पूजा अर्चना…
सरायकेला Sanjay: जिला मुख्यालय सरायकेला, महालीमोरुप व जगन्नाथपुर समेत विभिन्न क्षेत्रों में मंगलवार को भक्ति व श्रद्वा के साथ मां मंगला उषा की पूजा अर्चना की गई। इस दौरान जलाशयों से विधिपूर्वक पूजा अर्चना कर महिलाओं द्वारा माता मंगला की कलश व घट यात्रा निकाली गयी। पारंपरिक ढोल व मांदर की ध्वनि के बीच निकाली गई यात्रा में शामिल महिला श्रद्धालुओं ने जलाशयो से जल भरकर माता के चरण पखारे। गाजे-बाजे के साथ जुलूस की शक्ल में निकाली गई यात्रा में उत्साहित बच्चे भी शरीक हुए। ढोल नगाड़ों की थाप पर मां मंगला उषा की आराधना करते हुए व्रती महिलाएं व युवतियां अपने अपने पूजन स्थल तक पहुंची।
इस दौरान कई महिलाएं माता मंगला के भक्ति में लीन झूमती हुई पूजा स्थल पहुंची। पूजा स्थल के समीप आशीर्वाद स्वरूप व्रती महिलाओं ने बच्चों को लांघ कर उनके रोग मुक्त होने की प्रार्थना की। वहीं मन्नतें पूरी होने पर परंपरा के अनुसार कलश यात्रा के दौरान रास्ते में भी विभिन्न जगहो में मां की भक्ति में लीन श्रद्धालुओं ने माता की पूजा अर्चना की। महिलाओं के साथ परिवार के सभी सदस्य मां मंगला उषा की पूजा अर्चना कर अपने परिवार व क्षेत्र के सुख शांति व समृद्धि की कामना की।
पूजा के दौरान मुर्गा, बतख, बकरा की बलि माता मंगला के समक्ष चढ़ाई गई। साथ ही विभिन्न प्रकार के नए फल आम, केंदु आदि का प्रसाद के रूप में चढ़ावा दिया गया। मंगलवार को जगन्नाथपुर गांव में 5 जगहों पर विधिपूर्वक माता मंगला उषा की पूजा अर्चना की गई। जानकारी हो चैत्र माह में मां मंगला ऊषा की पूजा मंगलवार के दिन चार चरणों में की जाती है।