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जागरूकता पूर्वक जिला स्तरीय मुखिया संवाद कार्यशाला का हुआ आयोजन…

सरायकेला: संजय मिश्रा

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सरायकेला। झारखंड शिक्षा परियोजना सरायकेला-खरसावां के के तत्वावधान सामुदायिक भवन सरायकेला के सभागार में उप विकास आयुक्त प्रवीण कुमार गागराई की अध्यक्षता में जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सहित जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, जिला शिक्षा पदाधिकारी जितेंद्र सिन्हा, जिला शिक्षा अधीक्षक चार्ल्स हेंब्रम द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उप विकास आयुक्त ने स्थानीय जनप्रतिनिधि के रूप में उपस्थित मुखियागण को क्षेत्र एवं समाज के विकास तथा क्षेत्रीय समस्याओं पर विशेष पहल करने की बात कही। उन्होंनें कहा कि शिक्षा समाज के विकास, परिवार की स्थिति को मजबूत करने महिलाओं को सशक्त करने में काफी लाभदायक है। अतः शिक्षा के प्रति लोगों को प्रेरित करें तथा ड्राप आउट बच्चों को चिन्हित कर विद्यालय में वापस आने की ओर प्रेरित करें। उप विकास आयुक्त ने कहा कि ड्रॉप आउट बच्चों के विशेष परिस्थिति उसके कारण आदि की समस्याओं से अवगत हो उसके समाधान की ओर पहल करें। ताकि बच्चों के शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक एवं मानसिक विकास भी हो सकें।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने कहा कि यह एक अवसर है कि सभी आपस में ताल-मेल स्थापित कर क्षेत्र की समस्याओं और उसके समाधान की ओर चर्चा करें। सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। ताकि गरीब परिवार वंचित परिवार को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा हमारे समाज के विकास नींव को मजबूत करने में लाभदायक है। बच्चे शिक्षा की ओर बढ़े। आगे बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा की ओर अग्रसारित कर समाज के विकास में उनका सहयोग ले सकें इस ओर पहल करे।

क्षेत्र में भ्रमण के क्रम में ड्रॉप आउट बच्चों के परिवार की स्थिति से अवगत होकर परिवार में शिक्षा के माहौल उत्पन्न करने हेतू प्रेरित करें। ताकि ड्रॉप आउट बच्चों की संख्या कम हो। विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति अधिक हो सके। इस क्रम में उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के समाधान हेतु सभी पंचायत स्तरीय मुखिया के साथ व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर क्षेत्र की समस्याओ के समाधान की ओर कार्य करें। विभिन्न माध्यम से सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं के व्यापक प्रचार प्रसार करें। विद्यालय में बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा, सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाए यह सुनिश्चित करें।

साथ ही किशोरियों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान करें। इस दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा अधीक्षक के द्वारा विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाएं, विद्यालयों में दी जा रही सुविधाएं तथा विभिन्न प्रावधानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। तथा स्थानीय क्षेत्र में ड्राप आउट बच्चों के नामांकन कराने हेतू विभाग का सहयोग करने की बात कही गई। सम्मेलन में जिला पंचायती राज पदाधिकारी सह जिला परिवहन पदाधिकारी शंकराचार्य सामद, कार्यपालक पदाधिकारी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, सहायक परियोजना पदाधिकारी समिति अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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