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क्षेत्र प्रसिद्ध नौ दिवसीय रथ मेला का हुआ शुभारंभ…

रथमेला से जुड़ी हुई है हमारी सांस्कृतिक पहचान : एसडीओ…

सरायकेला (संजय कुमार)

सरायकेला। क्षेत्र प्रसिद्ध नौ दिवसीय रथ मेला का अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला राम कृष्ण कुमार ने फीता काटकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर थाना प्रभारी नीतीश कुमार एवं भाजपा नेता गणेश महाली मुख्य रूप से उपस्थित रहे। ऐतिहासिक रथमेला का शुभारंभ करते हुए एसडीओ ने क्षेत्र के लोगों के लिए सुख एवं समृद्ध जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि सरायकेला का रथ मेला हमारी सांस्कृतिक पहचान है। मंच से संबोधन अन्य अतिथियों ने भी किया। रथमेला के आयोजन के विषय में जानकारी देते हुए श्री जगन्नाथ मेला समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि श्री गुंडीचा मंदिर सज धज कर तैयार है। बस प्रभु का ब्रेसबी से इंतजार है। नौ दिवसीय रथमेला में सभी वर्गों एवं सभी श्रद्धालुओं के मनोरंजन को ध्यान में रखा गया है। आकर्षक देवसभा, मीना बाजार, बच्चों के लिए झूले, खिलौने और स्वादिष्ट चाट, भेलपुरी और मनपसंद खाजा की दुकान भी लगी हुई है। और मनीहारी, पूजन सामग्री और विभिन्न प्रकार की उपयोगी घरेलू सामग्रियों की दुकानें भी उपलब्ध है। सरायकेला में रथ यात्रा के दौरान पूरे विश्व की अनोखी परंपरा पालन किया जाता है यहां श्री गुंडीचा मंदिर में भगवान विभिन्न अवतारों में भक्तों को दर्शन देते हैं। जो आकर्षण का केंद्र रहता है। प्रतिदिन दोपहर में भक्तों को अन्न भोग उपलब्ध कराया जाएगा।

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रथ यात्रा के कार्यक्रम के तहत 21 जून महाप्रभु का श्री गुंडीचा मंदिर में आगमन पर भव्य स्वागत, पूजन, श्रृंगार, आरती एवं भोग वितरण, 22 जून को प्रतिदिन नियम अनुसार पूजा अर्चना, श्रृंगार, आरती एवं भोग वितरण, 23 जून को प्रतिदिन नियम अनुसार पूजा अर्चना, श्रृंगार, आरती एवं भोग वितरण के साथ भगवान के विभिन्न अवतार में दर्शन, 24 जून को प्रतिदिन की नियमानुसार पूजा अर्चना, श्रृंगार, आरती एवं भोग वितरण के साथ शाम 7:00 बजे हेरा पंचमी के उपलक्ष्य में मां लक्ष्मी द्वारा कुपित होकर रथ तोड़ने की रस्म एवं जगन्नाथ आर्केस्ट्रा द्वारा भजन प्रस्तुति, 25 जून को प्रतिदिन नियमानुसार पूजा अर्चना, श्रृंगार, आरती, भोग वितरण एवं सांस्कृतिक भजन संध्या एवं भगवान का विभिन्न अवतारों में दर्शन, 26 जून को प्रतिदिन नियमानुसार पूजा अर्चना, श्रृंगार आरती, भोग वितरण एवं साथ में भजन संध्या, 27 जून को प्रतिदिन नियमानुसार पूजा अर्चना, श्रृंगार, आरती, भोग वितरण एवं सुबह 5:00 बजे से ही बिपत्ततारिणी पूजा आरंभ तथा शाम को भजन संध्या एवं भगवान का विभिन्न अवतार में दर्शन, 28 जून को प्रतिदिन नियमानुसार पूजा अर्चना, श्रृंगार, आरती, भोग वितरण के पश्चात बाउड़ा जात्रा प्रारंभ कर भगवान अपने श्री मंदिर के लिए श्री गुंडीचा मंदिर से प्रस्थान करेंगे।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से वरीय मुखौटा निर्माता गुरु सुशांत कुमार महापात्र, मेला समिति के उपाध्यक्ष गोविंद साहू, महासचिव सुदिप कुमार साहू, सांस्कृतिक कार्यक्रम के संयोजक रूपेश साहू, कमल नाग, भाजपा नगर अध्यक्ष बद्रीनारायण दरोगा, कांग्रेस के जिला महासचिव टूकुन हुंज, सुमित महापात्र, रवि सतपति, राजीव महापात्र, त्रिनेत्र छऊ सेन्टर से सुनैना दुबे, वरीय संगीतकार बबलू दुबे, भाजपा महिला नगर अध्यक्ष पिंकी मोदक, भाजपा नेत्री रूपा पति, विक्की सतपति, खरसावां से धर्म जागरण मंच के प्रभात स्वासी, विकास प्रजापति, कुणाल साहू, रितिक साहू, बजरंग दल से विकास दारोगा, जगन्नाथ सेवा समिति से चिरंजीवी महापात्र, परशुराम कवि, राजेश मिश्रा, देव प्रसन्न सारंगी, राजेश भोल, पूर्ण चंद्र प्रजापति, दिनेश साहू, संतोष प्रजापति इत्यादि मौजूद रहे।

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