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मुर्गा पाड़ा,हब्बा-डब्बा और अवैध शराब के लिए चल रहा है मेला…

जमशेदपुर :नवीन प्रधान

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जमशेदपुर:एक तरफ तो जमशेदपुर पुलिस अवैध धंधे,जुए और नशाखोरी पर लगाम लगाने में लगातार अभियान चला रही है लेकिन वही दूसरी ओर धंधेबाज नित नये उपाय खोज लेते हैं।जी हां कुछ ऐसा ही मामला जमशेदपुर के सुंदरनगर के गोडा़डीह गांव से चर्चा में आ रहा है जहां मेला पाड़ा के नाम पर सभी अवैध धंधे चलाए जा रहे हैं।सूत्रों की मानें तो गोडा़डीह में पिछले कुछ दिनों से अगस्तो,गंभीर भूमिज और बुधन सरदार नामक व्यक्ति द्वारा रोजाना शाम 4.00 बजे से गोडा़डीह में यह विचित्र मेला लगवाया जाता है।बताया जा रहा है कि जादूगोड़ा का रहने वाला गंभीर भूमिज हब्बा-डब्बा के संचालन‌ में पहले भी जेल जा चुका है।

जुए और नशे को लेकर चलाए जा रहे इस अनोखे मेले में सुंदरनगर,जादूगोड़ा,पोटका और सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से युवाओं की टोली जुआ और नशाखोरी के लिए जुटती है.प्रतिदिन यहां जुआ और अवैध शराब के खेल में पचास हजार से एक लाख रुपए तक का फायदा संचालकों को हो रहा है।मेले में जुए के लिए बकायदा एक पंपलेट छपवाया गया था जिसे जुए के शौकिन लोगों तक धंधेबाज समय से पूर्व ही प्रचार हेतु पहुंचा चुके हैं।इस पंपलेट की एक प्रति हमें भी मिल चुकी है जिसमें बीते बुधवार 23 अगस्त को मुर्गा मारने पर खस्सी जीतने की बाजी लगाने की बात कही गई है।

पंपलेट के मुताबिक 24 और 25 अगस्त को मुर्गा पाड़ा में मुर्गा लड़ाई में जीतने वाले को नगद 2000/-का ईनाम देने की घोषणा है।इसके साथ ही यहां हब्बा-डब्बा का भी खेल चल रहा है।इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो यहां बियर,विस्की,रम और महुआ शराब की भी खुले आम बिक्री हो रही है।ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के युवा जब जुए में पैसा हारकर और नशे में चूर होकर जब घर पहुंचते हैं तो इस धंधे के खिलाफ परिजनों का भी ग़ुस्सा फूटना लाजमी है।

एक तरफ तो जमशेदपुर पुलिस विभिन्न थाना क्षेत्रों में अवैध धंधे और नशाखोरी पर लगाम लगाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है तो वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे धंधेबाज भी हैं जो पुलिस की मंशा पर पानी फेर रहें हैं।हैरानी की बात है कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर चल रहे इन अवैध धंधों पर पुलिस की नजर क्यों नहीं पड़ी?

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