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सरायकेला-खरसवां (संजय मिश्रा) सरायकेला एवं सीनी में रथ यात्रा के पहले मंगलवार को परंपरा अनुसार मां विपदातारिणी पूजन का कार्यक्रम किया गया। इसके तहत सरायकेला में मंगलवार की सुबह ही विधिवत पूजा अर्चना के साथ महाप्रभु श्री जगन्नाथ सहित बहन सुभद्रा और बड़े भाई अग्रज बलभद्र को जगन्नाथ भक्तों ने कंधे पर उठाकर श्री जगन्नाथ के जयकारे के साथ मौसी बाड़ी गुंडिचा मंदिर पहुंचाए।

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कोविड-19 गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करते हुए मौसी बाड़ी पहुंचने पर द्वार पर महाप्रभु सहित बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र का पूजा अर्चना करते हुए स्वागत किया गया। गुंडीचा मंदिर में विराजमान होने के बाद सुहागिन महिलाओं ने उपवास व्रत रखते हुए इस अवसर पर माता सुभद्रा की मां विपदातारिणी के स्वरूप में पूजा अर्चना की गई। दर्जनों की संख्या में गुंडिचा मंदिर पहुंची सुहागिन महिलाओं ने इस अवसर पर दीपदान करते हुए अपने सुहाग एवं अपने संतान सहित परिवार के विपत्तियों से मुक्ति के लिए मां विपदातारिणी से मंगल प्रार्थना किए। मान्यता है कि रथ यात्रा के दौरान मां विपदातारिणी व्रत का पालन करने से परिवार पर विपत्तियों का आगमन नहीं होता है। साथ ही परिवार में सुख शांति एवं समृद्धि बनी रहती है।

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