जेल से रिहा अपराधियों पर पुलिस की निगाहें, अब थाने में लगवाई जाएगी हाजिरी……
शीघ्र होंगे अपराध मुक्त क्षेत्र, अवैध कारोबार होंगे बंद ,कानून के शिकंजे में होंगे सभी अपराधी : डीआईजी कोल्हान।
आदित्यपुर ( ए के मिश्रा ) अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने क्षेत्र में अमन-चैन कायम रखने के लिए 2008 बैच के आईपीएस अधिकारी कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा ने कहा जेल से रिहा अपराधियों पर है हमारी निगाहें। थाने में बुलाकर अपराधियों से लगवाई जाएगी हाजिरी । ताकि उनकी गतिविधियों की विषय में पूर्ण रूप से जानकारी हो सके। हर हाल में अपराध पर लगेंगे अंकुश क्राइम होंगे कंट्रोल और जिस क्षेत्र में अवैध कारोबार होंगे उस क्षेत्र के थाना प्रभारी पर होगी कार्रवाई।
संवादाता से बातचीत में कोल्हान डीआईजी ने कहा कि शीघ्र ही अपराध पर लगाम लगेंगे। कोल्हान के तीनों जिले पश्चिमी सिंहभूम जमशेदपुर और सरायकेला खरसावां जिले जिले के पुलिस कप्तान को निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने क्षेत्रों में पेट्रोलिंग गति बढ़ाई जाए और हर हाल में अपराधियों को जेल के सलाखों के पीछे भेजे जाएं ।
सरायकेला खरसावां जिले के रिहायशी क्षेत्र आदित्यपुर गम्हरिया में दिनदहाड़े हो रही है हत्याएं बढ़ रही चोरी डकैती लूट की घटनाओं पर अंकुश लगेंगे। क्षेत्र में अवैध कारोबार हर हाल में रोके जाएंगे। जिस क्षेत्र में अवैध कारोबार होंगे घटनाएं बढ़ेगी उसे क्षेत्र के थानेदारों पर भी करवाई होगी। उक्त बातें कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा ने संवाददाता को एक सवाल के जवाब में बताया। वही एक सवाल के जवाब में बताया कि हर हाल में अवैध बंद होंगे। कोल्हान डीआईजी श्री अजय लिंडा की छवि एक तेज तरार कर्मठ और ईमानदार आईपीएस अधिकारी के रूप में जानी जाती है।
लोगों का मानना है कि कोल्हान डीआईजी श्री अजय लिंडा अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए क्षेत्र में अमन चैन कायम रखने के लिए उग्रवाद, अपराध एवं थाना के दलालों से लोगों को मुक्ति दिलाएंगे। कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा के कार्यों से काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं थाना के दलालों में हड़कंप मचा हुआ है। वर्षों से लगी पुलिसिया जंग की मार झेल रही जनता डीआईजी के ऐसे प्रयास की सराहना करती दिख रही है। कोल्हान वासियों को डीआईजी के प्रति एक उम्मीद और विश्वास जगी है। वही कोल्हान डीआईजी श्री अजय लिंडा ने एक सवाल के जवाब में बताया कि अपराध उग्रवाद सहित थाने और अधिकारियों पर भी हमारी निगाहें हैं।